*न ड्रेस मिली न किताबें,बिना पुस्तक के बच्चे कैसे करें पढ़ाई*

राष्ट्रीय दैनिक कर्मभूमि अंबेडकर नगर

जिले में स्कूल खुलने के 20 दिन बाद भी सरकारी व निजी स्कूलों में किताब नहीं बंट पाई हैं। कोरोना काल के बाद विद्यालय खुल चुके हैं और लगभग आधा शिक्षा सत्र बीत चुका है। अभी तक परिषदीय विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को न तो ड्रेस मिली है, न ही पुस्तकें। बड़ा सवाल यह कि उनकी कैसे पढ़ाई पूरी होगी।हालांकी कुछ बच्चे पुरानी किताबों से काम चला रहे हैं। दूसरी ओर स्कूल शिक्षा विभाग किताब वितरण करने पर ध्यान नहीं दे रहा है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि स्कूलों से बच्चों की जानकारी मंगाई जा रही है। इसके बाद वितरण किया जाएगा।स्कूल में पढ़ाई की शुुरुआत हो चुकी है। सभी शिक्षक व छात्र प्रतिदिन स्कूल जा रहे हैं। लेकिन किताब के अभाव में मौखिक रूप से पढ़कर वापस घर आ जाते हैं। वहीं किताब नहीं मिलने से अभिभावकों में भी रोष व्याप्त है। सर्व शिक्षा अभियान के तहत सरकार कक्षा 1 से लेकर 8 तक के छात्र-छात्राओं के लिए निशुल्क पुस्तक की व्यवस्था करती है तथा छात्रों व उनके अभिभावकों के सामने समस्या यह है कि न तो उन्हें सरकार की ओर से ही पुस्तकें मिल पा रही है और न ही बाजार से आखिर छात्र बिना किताब अपनी पढ़ाई कैसे पूरी करें।

रिपोर्ट-विमलेश विश्वकर्मा ब्यूरो चीफ अंबेडकरनगर