वायु प्रदूषण से बचाव को सभी लें संकल्प

उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) चित्रकूट: वायु प्रदूषण से आंखों में जलन, सांस लेने में दिक्कत, चलने में थकावट सहित तमाम बीमारियां का खतरा रहता है। ऐसे में तीसरे अंतर्राष्ट्रीय क्लिन एयर फॉर ब्लू स्काईज अभियान के तहत वायु प्रदूषण से बचाव के लिए सभी को संकल्प लेना चाहिए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ भूपेश द्विवेदी ने जनपदवासियों से ऐसी अपील की है।

सीएमओ डा भूपेश ने बताया कि 7 से 10 सितंबर तक जागरूकता अभियान चल रहा है। उन्होंने कहा कि अगर वायु प्रदूषण से आंखों में जलन, सांस लेने में परेशानी, चलने पर थकावट और सीने में दर्द आदि लक्षण दिखे तो तत्काल सरकारी अस्पतालों में संपर्क करें। यहां पर इसका निशुल्क इलाज उपलब्ध है। ऐसे लक्षण दिखते हैं तो इसका समय से इलाज होना जरूरी है। फेस मास्क का इस्तेमाल कोविड व टीबी के संक्रमण से तो बचाता ही है। इसके साथ वायु प्रदूषण से बचाव में भी यह कारगर है। तीसरे अंतर्राष्ट्रीय क्लीन एयर फोर ब्लू काइज दिवस की थीम द एयर वी शेयर कीप इट क्लिन रखी गई है।

इसका मतलब है कि सब मिलजुल कर हवा की शुद्धता सुनिश्चित करें। ताकि विभिन्न बीमारियों से बचाव किया जा सके। उन्होंने बताया कि स्वसन रोग के मरीजों 5 वर्ष से छोटे बच्चों, ह्रदय रोग के रोगियों गर्भवती व बुजुर्ग के लिए वायु प्रदूषण सबसे ज्यादा जोखिम भरा है। इससे आंखों में जलन, स्वसन रोग, त्वचा रोग, ह्रदय रोग की दिक्कत होती है। इस कारण ग्लोबल वार्मिंग, अम्लीय वर्षा, स्माग कृषि भूमि के क्षरण,जीव जंतुओं का विलुप्त होना, भवनों के क्षरण जैसी समस्याएं आ रही हैं। इससे बचाव के लिए सार्वजनिक परिवहन के प्रयोग, धुआं रहित ईंधन का प्रयोग, अधिक से अधिक पौधरोपण, उद्योगों के अपशिष्ट गैस के ट्रीटमेंट के बाद ही निष्कर्षण, पटाखा, कूड़ा, पत्ती, पराली न जलाना और घरों की खिड़कियां सुबह, शाम बंद रखने जैसे उपाय सभी को करने होंगे। सौर ऊर्जा व प्राकृतिक ऊर्जा का अधिक से अधिक इस्तेमाल करके वायु प्रदूषण से बचा जा सकता है।

उन्होंने बताया कि एक रिपोर्ट के मुताबिक वैश्विक स्तर पर बच्चों में होने वाली हर 10 में से एक मृत्यु वायु प्रदूषण से उत्पन्न स्वास्थ्य समस्याओं के कारण होती है। बच्चों के अंग पूरी तरह से विकसित नहीं होते हैं और उनका श्वसन मार्ग अधिक संकरा होता है। ऐसे में प्रदूषकों के प्रवेश से उनके ऊतक खराब हो जाते हैं और उनमें सूजन पैदा हो जाती है।

 

*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव

*जनपद* चित्रकूट