पशु बाजारों को फिर से शुरू कराने की किसानों ने की मांग

उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) चित्रकूट: शासन के पशुधन विभाग द्वारा पशुओं में रोग जनित संक्रमित लम्पी बीमारी के कारण छोटी-बडी सभी प्रकार की पशु बाजारे अथवा पशु मेलों विशेषकर गोवंशीय अथवा महिष वंशी पशुओं का जिस बाजार में क्रय-विक्रय होता है, अग्रिम आदेश होने तक पशु बाजारों को बन्द रहने का आदेश निर्गत किया गया है।

‌‌बताते चले कि शासन के पशुधन विभाग द्वारा 23 अगस्त को जानकारी दी गयी कि प्रदेश के सीमावर्ती राज्यों जैसे राजस्थान, मध्यप्रदेश, हरियाणा आदि राज्यों में लम्पी बीमारी के संक्रमित पशु पाये गये हैं। इस बीमारी‌ को दृष्टि गत रखते रोकथाम के लिए 23 अगस्त को अपर सचिव गृह उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ अवनीश कुमार अवस्थी द्वारा प्रदेश के सभी जिलों के पुलिस विभाग के अधिकारियों को अग्रिम आदेश तक के लिए आदेशित किया है कि अपने-अपने जनपदों की सभी पशु बाजारों को लम्पी बीमारी की रोकथाम के लिए बन्द करा दें ताकि जानवरों में संक्रमण न फैले। बुन्देलखण्ड के किसानों ने अवगत कराया है कि‌ हमारे यहां पशुओं में इस तरह की कोई संक्रमित बीमारी‌ नही है। किसानों का कथन है कि हम लोग पूर्व से ही नाना प्रकार की दैवी आपदा-जैसे सूखा-बाढ आदि आपदाओं से जूझ रहे हैं। सूखे के कारण किसी प्रकार की फसल नहीं लगा पायें है जो जमीन फसल न बोने के कारण परती पड़ी थी। जिसमें कम से कम अपने जानवरों को चरा कर उनका पेट भरते थे। वह भी बाढ़ जैसी त्रासदी के सारी जमीन डूब गयी। जिससे जानवरों का चारा भी बाढ़ केबिषाणु पानी में नष्ट हो गया है। जानवर भूख से बिलबिला रहे हैं। पशु बाजारे बन्द होने के कारण पशु भी नहीं बिक पा रहे हैं। किसान के पास पशु ही महत्व पूर्ण धन होता है जब भी जरूरत पड़े बेच कर अपनी गृहस्ती का खर्च चला सके। किसानों ने सरकार से मांग की है कि किसान हित में पशु बाजारे खोलने का आदेश जनहित में जरूरी हैं।

 

*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव

*जनपद* चित्रकूट