ग्रामोदय विश्वविद्यालय में 6 दिवसीय संकाय संबर्धन कार्यक्रम संचालित

उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) चित्रकूट: महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय एवं महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण शिक्षा परिषद, शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के संयुक्त तत्वावधान में 6 दिवसीय संकाय संवर्धन कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। ग्रामीण विकास विशेषज्ञ ओम प्रकाश पाण्डेय, ग्रामोदय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो, भरत मिश्रा, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण शिक्षा परिषद के कार्यक्रम अधिकारी डॉ अनिल दुबे, संकायाध्यक्ष प्रबन्धन प्रो अमरजीत सिंह एवं कार्यक्रम समन्वयक डॉ देवेंद्र प्रसाद पाण्डेय ने विश्वविद्यालय सभागार में इस आयोजन का शुभारंभ किया।

ओमप्रकाश पांडेय ने कहा कि महात्मा गांधी एवं नाना जी देशमुख ने जिस एकीकृत एवं समेंकित विकास की दृष्टि दी थी, उसको व्यवहार में लागू किया जाना चाहिए। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण शिक्षा परिषद के अध्यक्ष डॉ डब्लू जी प्रसन्ना कुमार ने नाना जी की धरती से समग्र भारत को सतत ग्रामीण विकास के बारे में अवगत कराने पर जोर दिया। उन्होंने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण शिक्षा परिषद के बारें मे विस्तार से जानकारी एवं महत्व बताया। संकायाध्क्ष प्रो अमरजीत सिंह ने सफलता के उपाय बताए। मंच संचालन डॉ देवेंद्र प्रसाद पाण्डेय, कार्यक्रम समन्वयक ने किया ।

अगले दिवस ग्राम भ्रमण कार्यक्रम को समर्पित रहा, जिसमें प्रतिभागी पिंडरा ग्राम गये और वहां पर सहभागी आंकलन पद्धतियों की मदद से गाँव में आंकड़ों का संग्रहण किया गया। ग्राम पंचायत प्रतिनिधि सरपंच और उपसरपंच के साथ चर्चा कर गाँव की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को समझा एवं बुनियादी व्यवस्थाओं एवं गाँव की चुनौतियों पर जानकारी ली।, महिलाओं, किशोरियों, युवाओं एवं किसानों से अलग-अलग समूह में चर्चा कर उनकी आवश्यकताओं और चुनौतियों को समझा। इस दौरान गाँव में संस्थागत विकास, अधोसंराचात्मक मूल्यों एवं परम्पराओं, सम्बन्धी जानकारियाँ संगृहीत की गयी। तीसरे दिन उद्यमिता विद्यापीठ की पूर्व निदेशिका डॉ नंदिता पाठक ने महिला सशक्तिकरण के सन्दर्भ में किये गए। प्रयासों से परिचित कराया। डॉ भरत पाठक उपाध्यक्ष, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण शिक्षा परिषद ने नाना जी द्वारा ग्रामीण विकास के लिए किये गए प्रयासों से अवगत कराया। उन्होंने रामायण का जिक्र करते हुए बताया कि चित्रकूट त्याग और समर्पण की भूमि है। इस पक्ष को हमें आत्मसात करना है। कार्यक्रम समन्वयक डॉ देवेन्द्र प्रसाद पाण्डेय ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस संकाय संवर्धन कार्यक्रम में विभिन्न प्रान्तों से उच्च शिक्षण संस्थानों के शिक्षक सहभागिता कर रहे हैं।

 

 

*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव

*जनपद* चित्रकूट