*ज्ञान और वैराग्य के साथ चेतना को जागृत करती है श्रीमद्भागवत कथा – वैदिक*

उत्तर प्रदेश(दैनिक कर्मभूमि) चित्रकूट: विकास खण्ड रामनगर के ग्राम पंचायत पियरियामाफी में श्री रामेश्वर गौ सेवा संस्थान के द्वितीय वार्षिकोत्सव के तत्वावधान में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में वृंदावन से पधारे कथाव्यास भागवत भूषण राजेश राजौरिया वैदिक द्वारा बद्री विशाल ओझा को श्रोता बनाकर सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा सुनाई जा रही है। जिसमें द्वितीय दिवस की कथा में शनिवार को कथाव्यास भागवत भूषण राजेश राजौरिया वैदिक ने दूसरे दिन की कथा के अनुक्रम में श्रीमदभागवत महापुराण की पावन कथा का निरूपण करते हुए पांडवों के वंशज महाराज परीक्षित का जीवन दर्शन परिभाषित किया।

कथा व्यास ने कहा कि आधुनिक युग के बदलते परिवेश के बाद भी लोग सनातन संस्कृति से आज भी जुड़े हुए हैं। यह सुखद है कि आज भी बहुतायत स्थलों पर राम कथा, शिवकथा श्री मद्भागवत महापुराण आदि को लोग बड़ी श्रद्धा के साथ अनुश्रवण करते हैं।  कथाव्यास ने श्रीमद्भागवत कथा का महत्व बताते हुए कहा कि श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान वैराग्य के साथ साथ चेतना को जागृत करने का एक बहुत बड़ा साधन है। श्रीमद्भागवत महापुराण कल्पवृक्ष के समान है इस कथा को श्रवण करने से सम्पूर्ण पाप नष्ट हो जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है। कथा को श्रवण के लिए सैकड़ो महिलाए एवं पुरुष भक्तगण मौजूद रहे।

 

 

*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव

*जनपद* चित्रकूट