बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए पोषण का रखें विशेष ध्यान

राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) चित्रकूट: नीति आयोग की सहयोगी संस्था दुलार पिरामल फाउंडेशन द्वारा पुष्टाहार एवं बाल विकास विभाग में कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के माध्यम से दुलार कार्यक्रम में लगातार सहयोग प्रदान कर रहा है। दुलार कार्यक्रम के अंतर्गत 0 से 6 वर्ष तक के बच्चों के माता-पिता को उनके मोबाइल से 08068971703 नंबर पर मिस कॉल के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कराना होता है। रजिस्ट्रेशन के बाद लाभार्थी के मोबाइल पर काल के माध्यम से रजिस्ट्रेशन होता है, उसके बाद प्रतिदिन उसके मोबाइल पर रिकॉर्डेड कॉल्स आना शुरू हो जाती हैं। दुलार कार्यक्रम के अंतर्गत प्रमुख रूप से तीन विषयों पर लाभार्थी को जानकारी प्रदान की जाती है, जिसमें शालापूर्व शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पोषण, सुरक्षा एवं देखभाल शामिल है। इन विषयों पर लाभार्थी को लगभग 2 मिनट के रिकॉर्डेड काल के माध्यम से विभिन्न प्रकार की जानकारियां प्रदान की जाती है, जो उनके बच्चों के लिए बहुत उपयोगी होती हैं। वर्तमान समय में दुलार कार्यक्रम का रजिस्ट्रेशन करने के लिए दिए गए नंबर पर मिस कॉल करनी होती है उसके बाद जब कॉल वापस आती है तो पूछे जाने पर जनपद कोड 2 दबाकर रु दबाना होता है, जिससे कि जनपद के नाम से उसका रजिस्ट्रेशन हो जाता है।

इस सुविधा के माध्यम से लाभार्थी घर बैठे अपने बच्चों के विषय में विभिन्न प्रकार की जानकारी प्राप्त करते हैं। इसमें विशेषज्ञों द्वारा कॉल रिकॉर्डिंग की जाती है। विशेषज्ञ बहुत ही बेहतर तरीके से लाभार्थी को बताने का प्रयास करते हैं। बच्चों की विशेष देखरेख के लिए कुछ ऐसे टिप्स बताए जाते हैं जो बच्चों के शारीरिक और मानसिक तथा भावनात्मक विकास में बहुत सहायक होते हैं।

यह बैठक मानिकपुर ब्लाक के सेक्टर आगरहुडा-रैपुरा के कमपोजिट विद्यालय अगरहुडा तथा सेक्टर उमरी-ऊंचाडीह की आईसीडीएस ऑफिस मानिकपुर में आयोजित की गई। इस मौके पर सीडीपीओ अनुज प्रताप सिंह का विशेष सहयोग रहा तथा पिरामल फाउंडेशन की ओर से विमल कुमार, अमृता, मनोरमा, वैशाली, आईसीडीएस विभाग के मुख्य सेविका ललिता कुशवाहा एवं संजू कुमारी, यूनिसेफ के प्रतिनिधि प्रदीप सिंह तथा समस्त आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के साथ उपस्थित रहे।

 

*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव

*जनपद* चित्रकूट