फाइलेरिया से बचाव की दवा सेवन करने के लिए छात्राओं को किया जागरूक

फाईलेरिया पर आयोजित हुआ जागरूकता कार्यक्रम

 

 

 

उत्तर प्रदेश/राष्ट्रीय दैनिक कर्मभूमि/अमेठी, 3 फरवरी 2023

फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग के तत्त्वावधान में स्वयं सेवी संस्था प्रोजेक्ट कंसर्न इंटरनेशनल (पीसी आई ) के सहयोग से पण्डित दीन दयाल उपाध्याय आश्रम पद्धति विद्यालय में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हुआ । इसके तहत 10 फरवरी से शुरू होने वाले सामूहिक दवा सेवन (आईडीए) राउंड के तहत फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन करने के बारे में विद्यार्थियों को जागरूक किया गया ।इस अवसर पर जिला मलेरिया अधिकारी सुशील कुमार ने कहा कि फाइलेरिया मच्छर जनित बीमारी है जिसे सामान्यतः हाथी पांव के नाम से जाना जाता है । यदि किसी को यह बीमारी हो जाती है तो वह पूर्णतया ठीक नहीं होती है और समुचित देख-रेख के अभाव में व्यक्ति को जीवन भर के लिए विकलांग बना सकती है । इससे बचाव के लिए वर्ष में एक बार व लगातार पांच साल यानि कुल पांच खुराक फाइलेरिया रोधी दवा के सेवन से हमेशा के लिए इस बीमारी से बचा जा सकता है । इसके लिए 10 फरवरी से अभियान चलाकर एएनएम, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से घर-घर लोगों को

फाइलेरियारोधी दवा खिलाई जाएगी । पीसीआई से निशान्त सिंह ने कहा कि अभियान के तहत ,डाईइथाइलकार्बामजीन (डीईसी) आइवरमेक्टिन दवा दो वर्ष से कम आयु के बच्चों, गर्भवती महिलाओं व गंभीर रोग से ग्रसित व्यक्तियों को छोड़कर सभी को खिलाई जाएगी । उन्होंने बताया कि दवा के सेवन के बाद चक्कर आना, जी मिचलाना, उल्टी आना, हल्का बुखार आना आदि सामान्य समस्याएँ हो सकती हैं लेकिन इससे घबराना नहीं चाहिए | यह व्यक्ति में फाइलेरिया के परजीवी होने के संकेत है जो दवा के सेवन नष्ट हो जाएंगे । साथ ही दवा के सेवन से होनी वाली सामान्य समस्याओं के लिए स्वास्थ्य विभाग ने रैपिड रिस्पॉन्स टीम (आर आरटी) का गठन किया है जो मौके पर इलाज के लिए तैयार रहेगी । उन्होंने बताया कि दवा खिलाने से पहले स्वास्थ्य कर्मी व्यक्ति की उम्र व लंबाई के अनुसार दवा की खुराक तय करेंगे । वह अपने सामने ही दवा खिलाएँगे ताकि दवाओं की सही मात्रा व्यक्ति को मिल सके । इसके अलावा किसी भी व्यक्ति को दवा खाली पेट नहीं दी जाएगी । इस मौके पर विद्यालय की प्रधानाचार्य अनूपा व समस्त अध्यापक, पी सी आई से सुहासिनी व 343 छात्राएं उपस्थित रहे।

 

 

रिपोर्ट राजेंद्र पांडे प्रदेश हेड लखनऊ उत्तर प्रदेश