– विद्यार्थी परिषद ने की कार्यवाही ही मांग
उत्तर प्रदेश(दैनिक कर्मभूमि) चित्रकूट। एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने अटल पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट खोही के प्रबंधक द्वारा बी. फार्मा द्वितीय वर्ष की फीस जमा कराने के बाद परीक्षा न कराए जाने व मानक विहीन इंस्टीट्यूट चालने के विरोध में 6 माह पूर्व प्रदर्शन किया था। जिसमें दोषियों पर एफआईआर पंजीकृत हुई थी। जिसमें पुलिस की शिथिलता के कारण अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। चित्रकूट दौरे पर आए उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक से अभाविप के प्रतिनिधि मंडल के प्रांत संगठन मंत्री अंशुल विद्यार्थी की उपस्थिति में भेंट कर शीघ्र कार्यवाही करने की मांग की तथा अन्य विषयों पर भी चर्चा की। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने अतिशीघ्र कार्यवाही का आश्वासन दिया। इस दौरान विभाग संयोजक पुष्पेंद्र गर्ग ने बताया कि पीएम मेमोरियल स्कूल खोही के परिसर मे संचालित मानक विहीन अटल पैरा मेडिकल इंस्टीट्यूट में सत्र 2021-2022 में 26 छात्रों का डी फार्मा में प्रवेश लिया गया। डी. फार्मा में प्रवेश के दौरान अटल पैरामेडिकल एंड मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट के प्रबंधक सतीश कुमार पटेल व संचालक दिनेश कुमार पटेल द्वारा इंस्टिट्यूट की संबद्धता फार्मेसी कॉलेज सुंदरपुर सहारनपुर से होने की बात बताई गई। जिसके बाद छात्रों द्वारा डी. फार्मा में प्रवेश के लिए 70000 रूपए प्रति छात्र की दर से इंस्टिट्यूट में फीस जमा कर प्रवेश लिया। इस दौरान कोरोना के चलते इंस्टिट्यूट में डी. फार्मा प्रथम वर्ष की परीक्षा ऑनलाइन संपादित करवाई व परीक्षा परिणाम आने के बाद भी छात्रों की मार्कशीट अभी तक निर्गत नहीं की गई। छात्रों को गुमराह करते हुए बी फार्मा द्वितीय वर्ष की फीस लेकर प्रवेश का झांसा दिया गया। परीक्षा के समय छात्रों को जब प्रवेश पत्र नहीं मिला तो यह विषय संज्ञान में आया कि छात्रों की बी फार्मा द्वितीय वर्ष की फीस अटल पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट द्वारा फार्मेसी कॉलेज सहारनपुर में जमा ही नहीं कराई गई तथा छात्रों को फर्जी फीस रसीद दी गई। जिस कारण छात्रों को न ही छात्रवृत्ति मिली और न ही शासन द्वारा लैपटॉप प्राप्त हो सके। छात्रों को प्रबंधक व संचालक द्वारा बार-बार झूठा आश्वासन दिया गया तथा कई बार छात्रों के साथ मारपीट व गाली-गलौज की गई। जिला संयोजक रोहित पाण्डेय ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हमेशा से छात्र हितों के मुद्दों को लेकर मुखर रहा है। एबीवीपी मांग करता है कि ऐसे मानक विहीन इंस्टीट्यूट बंद होना चाहिए। विगत छह माह से पुलिस की शिथिलता के कारण अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। कहा कि शिक्षा का व्यापारीकरण करने वाले ऐसे लोगों का चेहरा समाज में उजागर करने का काम विद्यार्थी परिषद करेगा। इस मौके पर प्रांत संगठन मंत्री अंशुल विद्यार्थी, विभाग संगठन मंत्री बृजनंदन राय, जिला संगठन मंत्री प्रखर मिश्रा, विभाग संयोजक पुष्पेंद्र गर्ग, जिला संयोजक रोहित पाण्डेय उपस्थित रहे।
ब्यूरो रिपोर्ट अश्विनी कुमार श्रीवास्तव
जनपद चित्रकूट
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