कम संसाधनों के बिना तलाश रहे अर्जुन और एकलव्य

 

 

उत्तर प्रदेश (दैनिक कर्मभूमि)।कानपुर।भारत युवाओं का देश है.भारत की 50 प्रतिशत से अधिक आबादी युवा है और युवाओं में खेलों के प्रति काफी रुचि देखी जाती है. मगर खेलों में भी आज के समय में क्रिकेट के प्रति सबसे ज्यादा दीवानगी देखी जाती है. आप किसी भी युवा से पूछ लें वो क्या खेलना पसंद करते हैं तो लगभग सभी लोगों के जवाब आपको क्रिकेट ही मिलेंगे,वही एसएएफ आर्चरी एकेडमी अरमापुर में कोच अभिषेक कुमार की अगुवाई में तीरंदाजी के प्रति आपको काफी दीवानगी देखने को मिलेगी.यहां के युवा आज भी तीरंदाजी को अपना करियर बनाना चाहते हैं.इस एसएएफ आर्चरी एकेडमी के खिलाडिय़ों ने राज्य स्तरीय और राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी है ओलंपिक में पदक लाने का सपना देख रहे है।

 

 

 

तीरंदाजी प्रशिक्षण का है बड़ा हाथ

 

 

 

 

जिले में तीरंदाजी को बढ़ावा देने में एसएएफ एकेडमी का तीरंदाजी प्रशिक्षण केंद्र का बड़ा योगदान है.सीमित संसाधनों के साथ ही यह क्रेंद करीब 50 बच्चों को प्रशिक्षण दे रहे है. प्रशिक्षक अभिषेक कुमार का कहना हैं कि हमें ना तो सरकार से कोई मदद मिलती है ना ही जिला प्रशासन की ओर से कोई सहयोग किया जाता है. हालांकि उनका यह भी कहना है तमाम असुविधाओं के बावजूद भी हमारे बच्चे कई जगह से पदक जीत कर आ रहे हैं,अगर सरकार और स्थानीय प्रशासन हमारी मदद करेगा तो हमारे बच्चें पूरी दुनिया में अपना नाम कमा सकते हैं.इंडियन राऊंड रिकर्व वर्ग कंपाउंड वर्ग एसएएफ आर्चरी एकेडमी के कोच अभिषेक कुमार ने बताया कि तीरंदाजी में बच्चों को स्टेट और नेशनल लेवल में प्रशिक्षण दिया जाता हैं।लेकिन बच्चो को संसाधनों की कमी से बच्चे आगे खेल नही पाते है क्योंकि तीरंदाजी का सामान महगा आता है जो उनके पेरेंट्स प्रोवाइड नही कर पाते अगर यह समान मिल जाए तो बच्चे ओलंपिक में मेडल ला सकते है।

 

 

संसाधनों की कमी

 

 

 

शहर के एसएएफ खिलाड़ियों को नहीं मिल रहा उपकरण:तीरंदाजी प्रशिक्षण केंद्र के खिलाड़ियों ने बताया कि प्रशिक्षक सही ढंग से हमें सिखा रहे हैं पर उपकरणों की कमी की वजह से हमें परेशानी हो रही है.केंद्र में धनुष की संख्या,कंपाउंड और रिकब धनुष की संख्या पर्याप्त नहीं होने की वजह से हमें प्रशिक्षण के दौरान परेशानी होती है.वे इस पर ध्यान देने की मांग कर रहे हैं.

 

 

 

नेशनल खिलाड़ी जीत चुके हैं पदक

 

राहुल यादव,अवनीश कुमार,देवांश कुशवाहा,नागेंद्र सिंह मौर्या स्रेजल कुमार ,सांतनु यादव,मजहर अहमद,अभिषेक कुशवाहा,हर्ष खान,कौशेन अहमद ,वैष्णवी अग्निहोत्री,प्रिशु यादव,अंजली यादव,भूमि सम्राट राव,मुस्कान,पार्थवी पाल शशिभान यादव,डॉ हिमांशू शर्मा,सौरभ अय्यर,अथर्व सिंह,शिवांश ने पदक जीत कर देश को गौरवान्वित किया है।

संवाददाता।आकाश चौधरी