*प्रधानमंत्री ग्राम सड़क निर्माण में मानकों की अनदेखी*

*उत्तर प्रदेश (राष्ट्रीय दैनिक कर्मभूमि)रायबरेली* सड़क निर्माण की आस में बरसों से आस लगाए, मलके गांव से गेंगासो क्रॉसिंग होते हुए गेंगासो तक मार्ग की लम्बाई 6 किलोमीटर है।इस मार्ग पर स्तिथ दर्जनों गांव मलके गांव, लखन गांव, गेंगासो क्रॉसिंग,पूरे लोहारन, गजियापुर,सैरापुर, मूसापुर,और गेंगासों गांव के ग्रामीणों का सपना तब पूरा होता दिखा,जब प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत भारी – भरकम धनराशि से निर्माण कार्य शुरू हुआ था। परंतु अब मार्ग निर्माण में मानकों की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।जिससे विभाग के प्रति ग्रामीणों में भारी रोष देखा जा रहा है।सड़क 344.05 लाख की लागत से मलके गांव से गेंगासो 6 किलोमीटर लंबी सड़क निर्माण शुरू हुआ,तब लोगों की आम बंधी लेकिन जब ठेकेदार की लापरवाही इस प्रकार दिखी की सड़क की खुदाई कर उस पर मानक के विपरीत गिट्टी बिछाकर उस पर रोलर नहीं चलाया गया, जिससे राहगिरो की समस्याएं काफी बढ़ गई। क्षेत्रीय नागरिकों के आगमन का मात्र यही रास्ता है। इस मार्ग को तय किए बगैर और कोई दूसरा रास्ता भी नहीं है। इस सड़क के निर्माण कार्य प्रारंभ होने की तिथि 26 जुलाई 2021 एवं कार्य समाप्ति की तिथि 25 जुलाई 2022 तथा सड़क निर्माण की लागत 344.05 लाख रूपए सड़क किनारे लगाए गए बोर्ड में अंकित है। इसके बावजूद भी अभी तक सड़क पूरी तरह से बनकर तैयार नहीं हो सकी।

आधी अधूरी जो भी सड़क बनाई गई है वह भी मानक के विपरीत बनाई गई है क्षेत्रीय ग्रामीणों का कहना है कि तीन महीने पहले जितनी डामर रोड बनाई गई, वह अभी से ही उखड़ने लगी है उसमें जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। वहीं जो आरसीसी रोड बनाई जा रही है वह भी मानक के विपरीत है।सड़क किनारे बनाई जा रही नाली में पीले ईंटो वा गुणवत्ता ही सामग्री का उपयोग किया जा रहा है।जिसके चलते ग्रामीणों में भारी रोष हैं।ग्रामीणों का कहना है कि अगर इस सड़क की जांच नहीं कराई गई और गुणवत्ता हीन सड़क निर्माण की अनदेखी की गई तो करोड़ों रुपए पानी में व्यर्थ बहा दिए जाएंगे और सरकारी धन का बंदरबांट कर लिया जाएगा सैरापूर ग्राम प्रधान शिवकुमार, सहित सतीश सिंह,अवधेश मौर्य, भानु सिंह, सोनू सिंह,अंकुर सिंह,पहलाद पासी,राजू,पप्पू, गोपी मौर्य,सुजीत मौर्य,सत्यदेव मौर्य, पुनीत मौर्य,नितेश मौर्य, आदि ने निर्माण कार्य में हो रही धांधली की जांच करवाए जाने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि यह सड़क कई वर्षों से खराब पड़ी हुई थी कई वर्षों बाद करोड़ों की लागत से खराब पड़ी सड़क का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। परंतु अगर मानकों की अनदेखी की गई तो यह सड़क फिर उसी अवस्था में पहुंच जाएगी जैसे पहले थी क्षेत्रीय लोगों ने खराब बन रही सड़क की जांच कराए जाने की मांग की हैं।

 

 

रिपोर्ट जिला कार्यालय प्रभारी निरंजन मौर्य रायबरेली उत्तर प्रदेश