जिलाधिकारी ने किया चित्रकूट में चल रहे सुन्दरीकरण के कार्यों का निरीक्षण

राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) उत्तर प्रदेश :चित्रकूट। जिलाधिकारी अभिषेक आनन्द ने मंगलवार को श्रीतीर्थ क्षेत्र विकास परिषद के अस्थाई कार्यालय गणेश बाग एवं यूपीटी तिराहा सीतापुर के सुंदरीकरण तथा बरहा हनुमान मंदिर, परिक्रमा मार्ग पर गेट निर्माण का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि भगवान श्री राम की तपोभूमि चित्रकूट उत्तर प्रदेश में बरहा के हनुमान मंदिर के पास परिक्रमा मार्ग पर डिजाइनिंग के आकर्षक गेट का निर्माण कराया जा रहा है, जो बहुत ही सुंदर व भव्य होगा।
जिलाधिकारी ने श्री तीर्थ क्षेत्र विकास परिषद के अस्थाई कार्यालय के बाउंड्री वॉल निर्माण, गेट निर्माण, बोरिंग, कार्यालय की मरम्मत, फाउंटेन वाल, इंटरलॉकिंग खड़ंजा निर्माण, सीसी रोड, रिपेयरिंग, टाइल्स आदि के कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने परियोजना प्रबंधक यूपीपीसीएल को निर्देश दिए कि फर्नीचर के लिए जेम पोर्टल से व्यवस्था कराएं, जो मरम्मत का कार्य कराया जा रहा है, उसे गुणवत्तापूर्ण कराया जाए। विद्युत व्यवस्था अच्छी तरीके से कराई जाए। फाल सीलिंग सभी जगह होना चाहिए। कार्यालय के किनारे रेलिंग की भी व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। कार्यालय के अंदर मिट्टी की भराई करा कर बाउंड्री वॉल के साइड में फ्लावर्स लगाए जाएं।
इसके बाद उन्होंने यूपीटी तिराहा सीतापुर के सुंदरीकरण कार्य में चल रहे फाउंटेन वाल की कास्टिंग के कार्य का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने परियोजना प्रबंधक से कहा कि पोद्दार इण्टर कॉलिज के पास के अतिक्रमण कोे उपजिलाधिकारी सदर से संपर्क कर तत्काल हटाया जाए। साथ ही दोनों तरफ म्यूरल्स वाल बनाए जाएं। इस फाउंटेन में अच्छी लाइटिंग तथा यूपीटी की तरफ दीवाल पर सेल्फी प्वाइंट भी बनाया जाए। इसके बाद उन्होंने बरहा हनुमान मंदिर के पास गेट निर्माण का निरीक्षण किया। जिसमें परियोजना प्रबंधक को निर्देश दिए कि जो डिजाइन गेट निर्माण की दी गई है, उसी के अनुसार बनाया जाए। साथ ही दोनों तरफ की नाला-नालियों को भी ढकवा दिया जाए, उसके ऊपर फुटपाथ बनाया जाए। पंचायत भवन के पास जो कुंआ है, उसको अच्छी तरह से कवर करने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। दोनों तरफ म्यूरल्स बनाए जाएं तथा रेलिंग एवं हार्टीकल्चर वर्क भी कराया जाए।
इस मौके पर परियोजना प्रबंधक यूपीपीसीएल कुलदीप सिंह, सहायक अभियंता सुनील कुमार, अवर अभियंता अनिल कुमार यादव आदि मौजूद रहे।