उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्म भूमि) कानपुर।शादी के बाद अक्सर हम मान लेते हैं कि अब घर-गृहस्थी की जिम्मेदारियों में हमारे सपने कहीं खो गए हैं. लेकिन,अगर पति सहयोग की भूमिका में आ जाए तो पत्नी कुछ भी करके दिखा सकती है.नौकरीपेशा बिंदु तिवारी की सफलता की दास्तां ऐसी ही एक पत्नी की कहानी है,जिनके ल पति विकास तिवारी ने साथ दिया तो आयोग से पीपीएन महाविद्यालय में प्रोफेसर बन गयी।इससे पहले बिंदू तिवारी परिषदीय विद्यालय में वर्ष 2009 विकास खंड बिल्हौर के प्राथमिक विद्यालय रहीमपुर करीमपुर में हुई थी,उसके बाद बिधनू के भैरमपुर विद्यालय में स्थानांतरण हो गया तब से वही कार्यरत थीं।
बिंदु के पति विकास तिवारी ने उन्हें हमेशा पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।बच्चें होने के बाद भी उन्होंने पढ़ाई के लिए अपनी निष्ठा नहीं छोड़ी। पढ़ना था सो उन्होंने न सिर्फ घर के साथ अपनी नौकरी संभाली बल्कि ने बच्चों की परवरिश के साथ-साथ उन्होंने काम और पढ़ाई को जारी रखा।बिंदु का कहना है कि आईएस बनना मेरा सपना है।
बिंदू तिवारी और विकास तिवारी दोनों बेसिक स्कूल में कार्यरत है बिंदु तिवारी बिधनू ब्लाक भैरमपुर में तो विकास तिवारी जिला व्यायाम शिक्षक के पद पर कार्यरत है।एक बेटी रायपुर छत्तीसगढ़ में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही और बेटा पूर्ण चंद्र विद्यानिकेतन बर्रा में पढ़ रहा।
बिंदू के अ.प्रोफेसर के पद पर नियुक्त होने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सुरजीत कुमार सिंह ने बधाई देते हुए कहा कि बिंदू बेसिक शिक्षा में कार्यरत शिक्षक शिक्षिकाओं के लिए बनी रोल माडल बनी है और अपने परिवार के साथ साथ बेसिक शिक्षा का किया नाम रोशन। बेसिक शिक्षा में कार्यरत जूनियर शिक्षक संघ की अध्यक्ष सरिता कटियार,महिला शिक्षक संघ की जिला अध्यक्ष रुचि त्रिवेदी,प्राथमिक के जिला अध्यक्ष राजेश तिवारी,प्रभात उपाध्याय,आशीष सिंह सहित कई बेसिक शिक्षा के शिक्षक शिक्षिकाओं ने बधाई दी है।
संवाददाता आकाश चौधरी कानपुर
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