वन विभाग के कर्मचारियों के अथक प्रयास वा रात-दिन एक कर चौथे दिन तेंदुआ की लाश हुई बरामद

उत्तर प्रदेश(दैनिक कर्मभूमि) चित्रकूट-मानिकपुर क्षेत्र में आये दिन शिकारियों द्वारा किसी न किसी निरीह व बेजुबान जानवरों का शिकार किया जा रहा है।वन विभाग के लाख प्रयासों के बाद भी शिकारियों पर लगाम लगाने में कामयाबी मिलती नज़र नही आती। मानिकपुर थाना क्षेत्र के सरैंया चौकी अंतर्गत गढ़चपा गांव के मजरा गाड़ा कछार मे रात्रि में करंट लगातार शिकारियों द्वारा एक बाघ की मौत कर दी गई।शिकारियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि उन्हें किसी प्रकार का भय नहीं सताता। कहीं न कहीं वन विभाग व ग्रामीणों के बीच की दूरी को एक अभियान चलाकर पशु पक्षियों के प्रति जागरूक करना चाहिए जिससे वन जीवो की रक्षा हो सके। सरकार को चाहिए कि वन विभाग के कर्मचारियों को रात में कमिंग करने के लिए डीजल गाड़ी की व्यवस्था करनी चाहिए जिससे गस्त के दौरान शिकारियों में भी भय व्याप्त हो और जीव जंतु सुरक्षित रह सकें। पर्याप्त स्टाप न होने का कारण भी एक बहुत बड़ा कारण है । जिसका जीता जागता उदाहरण बाघ की मौत है।क्षेत्रीय लोगों ने अधिकारियों से ऐसे शिकारियों के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्यवाही की मांग की है।जिससे वन्य जीवों की सुरक्षा हो सके। तेंदुआ की लाश खोजने में विशेष सहयोग ग्राम प्रधान गढचपा वह लोकल के ग्रामीणों ने भी किया जिसका वन विभाग के प्रभागीय अधिकारी ने दिल से आभार व्यक्त किया और लोगों के बीच अपील की कि वन विभाग आपकी संपत्ति है आप लोग इसकी सुरक्षा करें जीव जंतुओं के प्रति प्रेम करें ।
अब देखना ये हैं की वन विभाग की इस बड़ी कार्यवाई ने ग्रांमीणो में कितना प्रभाव डा़ल पायेगी। ये सबसे बडा़ सवाल हैं।

*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव चित्रकूट