उत्तर प्रदेश (दैनिक कर्मभूमि) चित्रकूट – विकास खण्ड कर्वी के ग्राम अकबरपुर का निवासी विश्वजीत उर्फ सोनू ने बताया कि मेरी पत्नी प्रीति सिंह डायलिसिस की मरीज जो रात में अचानक तबियत खराब हो गयी जो नजदीकी अस्पताल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिवरामपुर भांगा एम्बुलेंस के द्वारा ले गया और वहाँ से जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया है जिसको लेकर मेरा मरीज बहुत तड़प रहा था एमरजेंसी में डॉक्टर अमित प्रताप सिंह ने एमरजेंसी मेरी पत्नी को भर्ती न कर उल्टा डॉट कर अस्पताल से भगा दिया बाहर ऐसे में मैं कहाँ जाऊ।कोरोना वायरस की वजह लाक डाउन होने के कारण मुझे अपनी पत्नी को ले जाने के लिए कोई साधन भी नही मिल रहा था।मैने डॉक्टर से काफी फरियाद करने पर भी डॉक्टर ने मेरी पत्नी को भर्ती नही किया। डॉक्टर का कहना था कि एमरजेंसी में पर्चा नही कटता। जबकि मेरी फोन द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी से बात हुई तो उनका कहना था कि एमरजेंसी में 24 घण्टे पर्चे कटते है।लेकिन संबंधित डॉक्टर ने उच्च अधिकारियों से मुझे बात करने पर मुझे भद्दी-भद्दी बाते कही जिससे मुझे बहुत ही बुरा लगा।
रिपोर्ट अश्विनी कुमार श्रीवास्तव चित्रकूट
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