राजस्थान ( दैनिक कर्मभूमि)
रिपोर्टर कुलदीप सिंह सिरोहीया बारां छबड़ा
22 अप्रैल श्री हनुमान सिद्ध साधना आश्रम पर विश्व पृथ्वी दिवस मनाया गया।लॉक डाउन होनें से जूम एप पर कॉन्फ्रेंस कर दिया आम लोगों को पृथ्वी पर पंच तत्वों सहित पर्यावरण स्वच्छता का सन्देश तथा धरती की उपजाऊ क्षमता बनाये रखनें के लिए किसानों से खेतों में आग नही लगानें की भी की अपील।योग संगठन मंत्री परमानन्द शर्मा के अनुसार पृथ्वी दिवस पर श्री हनुमान सिद्ध साधना आश्रम के संचालक महंत सेवानन्द पुरी महाराज तथा अलख निरंजन ज्योति ध्यान योग केंद्र के कार्यकारी अध्यक्ष और आश्रम सह संचालक शंकर लाल नागर,उपाध्यक्ष बाबू लाल सुमन कोषाध्यक्ष चौथमल धाकड़ तथा सदस्य पवन नागर,पवन धाकड़ पूर्व सरपंच राधेश्याम मीणा,बाबू लाल ,किशन लाल नेमीचंद हरिबल्लभ, शिवचरण उर्फ शिबू,जगदीश बना रामदयाल आरएस वर्मा आदि सदस्यों के द्वारा सभी देशवासियों को पृथ्वी दिवस की शुभकामनाएं दी गयीं।कार्यकारी अध्यक्ष नागर ने अपने उदबोधन में कहा कि पृथ्वी दिवस को हर साल 22 अप्रैल को मनाया जाता है| इसे भारत समेत विश्व के 190 देशो में भी बहुत अच्छे से मनाया जाता है| इस दिवस को पहली बार 1970 में अमरीका के एक सेनिटर द्वारा मनाया जाने लगा,उस साल के बाद धीरे धीरे इसे दुनिया के लगभग सभी देशो में मनाया जा रहा है| इस पर्व को मनाने का एकमात्र उद्देश्य *पर्यावरण संरक्षण* है| दुनिया भर में धीरे धीरे पर्यावरण दूषित हो रहा है| इसका एकमात्र कारण पृथ्वी पर जन्म लेने वाला स्वार्थी मनुष्य है जिसकी लापरवाही से आज दुनियां प्रदूषण से त्रस्त होकर खतरनाक बीमारियों की गिरपत में आ चुकी है| अगर हम पर्यावरण की रक्षा नहीं करेंगे तो धीरे धीरे मनुष्य का अस्तित्व हवा,पानी,भोजन के दूषित हो जाने से 40-50 की उम्र में ही इम्युनिटी खराब होनें लगी है जिससे विश्व में कोरोना वाइरस जैसी अन्य शारीरिक बीमारियों से मानव जाति के बहुतायत में ख़तम होने का खतरा बढ़ जाएगा।आओ आज पृथ्वी दिवस पर धरती बचाने का संकल्प लेवें।नागर नें कहा हर व्यक्ति खाली पड़ी भूमि और स्थानों में पेड़ पौधों का रोपण करें उन्हें पाल पोश बड़ा करें।वृक्षारोपण को जीवन में मिशन बनावें,वर्षा जल संरक्षण करे,सौर ऊर्जा संयंत्र लगा ऊर्जा की बचत करें,नदी,तालाब जल स्त्रोत्र को साफ रखें बिजली पानी का सदुपयोग करें।जलवायु परिवर्तन से नई पीढ़ी को शिक्षित करें,प्लास्टिक का उपयोग नही करें जीव हिंसा,मांसाहारी नही बनें।बीड़ी,जर्दा,विमल,गुटका,श्री ओर शराब के नशे का त्याग करें।सिंघल यूज प्लास्टिक का भी त्याग कर सामान लेने के लिए घर से कपड़े का थैला लेकर जावें।लॉक डाउन अवधि में यथा संभव घर पर ही रहें,मास्क का प्रयोग करें,हाथों को साफ रखें ओर साबुन या अच्छे हैण्डवास से हाथ धोवें।सोसियल डिस्टेन्स बना घर मे रहे सुरक्षित रहें का सन्देश सदस्यों नें जूम मीटिंग में दिया गया।
रिपोर्टर कुलदीप सिंह सिरोहीया बारां छीपाबड़ौद
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