सेवानिवृत्त होने के बाद घर आने पर गांव के ‘लाल’ का हुआ भव्य स्वागत।

उत्तर प्रदेश (दैनिक कर्मभूमि) भदोही। आज भले ही देश आन्तरिक समस्याओं से जूझ रहा है जिसकी सुरक्षा व्यवस्था के लिए शासन प्रशासन के लिए लोग लगे है। लेकिन देश असली सुरक्षा तो देश के जवानों के हाथों में है जो दिन रात हर मौसम में अपने को मुस्तैद रखते है और भारत मां की सुरक्षा के लिए हरदम तैनात रहते है। और जब यही जवान अपने गांव में आते है तो लोगों का सिर गर्व से ऊपर उठ जाता है। और अनायास ही भारत माता की जय कहने का मन होने लगता है। और जवानों को देखने मात्र से देशभक्ति का भाव मन में जाग जाता है। और सच में लगता है कि देश के असली हीरो हमारे जवान ही है।

*सजा दो घर को गुलशन सा….*
*मेरे सरकार आये है…..*

सोमवार को गोपीगंज क्षेत्र के बेरासपुर गांव में उस समय देशभक्ति का जज्बा लोगों के सिर चढ कर बोलने लगा। जब बेरासपुर के लाल शिवाकान्त त्रिपाठी जो थल सेना में 1990 में शामिल हुए थे अपनी सेवा से सेवानिवृत्त होकर अपने गांव पहुंचे। शिवाकान्त को गांव में पहुंचते ही भारत माता की जय के नारे से पूरा गांव गूंज उठा। मालूम हो कि शिवाकान्त त्रिपाठी अपने सेवा के दौरान लखनऊ, पठानकोट, पूना, लेह, इलाहाबाद, झांसी,भटिंडा, फिरोजपुर, पिथौरागढ, नागपुर, डिंजान, अलवर और देहरादून में बीते तीस वर्षो में सेवाये देकर फील्ड हास्पिटल देहरादून से बतौर आनरी कैप्टन के रूप में सेवानिवृत्त हुए। सोमवार को सायंकाल शिवाकान्त को घर पहुंचने पर परिजनों ने माला-फूल पहनाकर, आरती उतारकर और मंगलगीतों से स्वागत किया। बेटे को तीस वर्ष सेना में सकुशल सेवा देकर वापस आने पर मां की आंखे खुशी से नम हो गई। और मां ने अपने बेटे को देखकर काफी खुश और प्रसन्न दिखी। इस दौरान उपस्थित लोगों को मिठाई भी बांटकर यह खुशी साझा की गई। मालूम हो कि शिवाकान्त त्रिपाठी बेरासपुर निवासी वरिष्ठ एडवोकेट स्व उदयशंकर त्रिपाठी के पुत्र है। शिवाकान्त चार भाइयों में दूसरे नंबर है। सोमवार को घर आने पर भारत मां के इस सपूत का भव्य स्वागत हुआ।

जिला प्रभारी विजय तिवारी सीतामढ़ी भदोही