विश्व रक्तदाता दिवस पर विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने किया रक्तदान।

उत्तर प्रदेश (दैनिक कर्मभूमि) जौनपुर

जौनपुर।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जौनपुर के कार्यकर्ताओं ने कोरोना की महामारी में उद्देश्य सिंह व कौतुक उपाध्याय के नेतृत्व में विश्व रक्तदाता दिवस पर रक्तदान किया।

छात्र नेता उद्देश्य सिंह ने कहा कि विश्व रक्तदाता दिवस कार्ल लेण्डस्टाइनर नामक अपने समय के विख्यात ऑस्ट्रियाई जीवविज्ञानी और भौतिकीविद की याद में उनके जन्मदिन के अवसर पर मनाया जाता है। वर्ष 1930 में शरीर विज्ञान में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित उपरोक्त मनीषि को यह श्रेय जाता है कि उन्होंने रक्त में अग्गुल्युटिनिन की मौजूदगी के आधार पर रक्त का अलग अलग रक्त समूहों – ए, बी, ओ में वर्गीकरण कर चिकित्सा विज्ञान में अहम योगदान दिया।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य
यह है कि रक्त की ज़रूरत पड़ने पर उसके लिए पैसे देने की ज़रूरत नहीं पड़ती और आसानी से रक्त उबलब्ध हो जाता है।रक्तदान को महादान की श्रेणी प्रदान है।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य कौतुक उपाध्याय ने कहा कि रक्तदान के सम्बन्ध में चिकित्सा विज्ञान कहता है, कोई भी स्वस्थ्य व्यक्ति जिसकी उम्र 16 से 60 साल के बीच हो, जो 45 किलोग्राम से अधिक वजन का हो और जिसे जो एचआईवी, हेपाटिटिस बी या हेपाटिटिस सी जैसी बीमारी न हुई हो, वह रक्तदान कर सकता है।सभी युवाओं का ये दायित्व बनता है कि वे रक्तदान में बढ़ चढ़कर हिस्सा लें और अपने देशहित में अपना योगदान दें।
इकाई अध्यक्ष सुमित सिंह ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानक के तहत भारत में सालाना एक करोड़ यूनिट रक्त की ज़रूरत है लेकिन उपलब्ध 75 लाख यूनिट ही हो पाता है। यानी क़रीब 25 लाख यूनिट रक्त के अभाव में हर साल सैंकड़ों मरीज़ दम तोड़ देते हैं।ऐसे में रक्तदान जीवनदान है जिसे देकर हम लोगो की जान बचा सकते है।
उक्त अवसर पर सचिन तिवारी, अभिषेक त्रिपाठी,प्रियाशुं रावत,सुशील नागर,तेजस,अनुभव समेत आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।