उत्तर प्रदेश (दैनिक कर्मभूमि) जौनपुर
जफराबाद विधानसभा क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद नेहरूनगर में शनिवार को एम्बुलेन्स कर्मी एक 49 वर्षीय संदिग्ध कोरोना मरीज को उतारकर भाग गए। संदिग्ध कोरोना को देखकर सारे स्टॉफ के लोग बाहर ही नही निकले।
केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ पंकज कुमार ने बताया कि रामपुर के रामनगर ब्लॉक के चिकत्सक ने एक व्यक्ति जिनका नाम शीतला प्रसाद दुबे पुत्र मेवालाल दुबे निवासी सपाई वाजिदपुर को क्वारन्टीन करने के लिए भेजा था।एम्बुलेन्स कर्मी उसे सामुदायिक स्वास्थ केंद्र के बाहर छोड़ कर चले गए। मैंने जिले के मुख्य अधिकारियों को सूचना दे दिया। वहां से अभी एम्बुलेन्स आकर मृतक को ले जाएगी।
अस्पताल में कार्यरत फार्मासिस्ट धनेश दीक्षित ने बताया कि उक्त मरीज को आने के बाद हम लोगों ने मरीज के हालत को देखते हुए रेफर करने की बात एंबुलेंस कर्मियों से कहा। लेकिन एंबुलेंस कर्मी उसको अस्पताल के बाहर गेट पर छोड़कर वापस चले गए। जिस समय उसको अस्पताल में लाए थे,मरीज जीवित था और हील डूल रहा था। बाहर जमीन पर लिटा दिया गया। वह अपने तकलीफ और बीमारी से तड़पता दिखाई दे रहा था। इस मामले में उक्त व्यक्ति के साथ अनहोनी संयोग कहा जाए या एंबुलेंस कर्मियों की लापरवाही, या फिर अस्पताल में तैनात डॉक्टरों के द्वारा इलाज के अभाव में मौत का कारण कहा जाए। इस तरह से एंबुलेंस से एक एक मरीज को अस्पताल में ले आना और अस्पताल के गेट के बाहर उतार कर भाग जाना और बिना उपचार के मरीज का जमीन पर तड़प कर मौत हो जाना क्षेत्र में लिए एक चर्चा का विषय बना हुआ है।
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