ऐतिहासिक धरोहर काकोनी में नहीं है मूलभूत सुविधाएं

राजस्थान (दैनिक कर्म भूमि) बारा छिपाबड़ोद उपखंड एवं तहसील मुख्यालय तहसील क्षेत्र के नजदीक काकोनी में जहां हर वर्ष बड़े बड़े मेले लगते हैं एवं एक आस्था का केंद्र के साथ साथ ही ऐतिहासिक धरोहर वाला धार्मिक तीर्थ स्थान भी है जानकारी में सामने आया है कि ऐतिहासिक धरोहर का कोने में पौराणिक मान्यताओं की धार्मिक व यार अभी तक वह रही है एक चट्टान पर निर्मित 12 फीट ऊंची गणेश जी महाराज की मंडली प्रतिमा हो या 1008 नागफनी शिवलिंग धार्मिकता का जीता जागता उदाहरण शिवरात्रि पर यहां मेला भी लगता है तो गणेश चतुर्थी पर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है कार्तिक पूर्णिमा पर लगने वाले मेले में प्रदेश सहित अन्य प्रदेशों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने हैं पुजारी ने जानकारी देते हुए बताया कि पुरातत्व विभाग ने इस मंदिर को अधिकार क्षेत्र में ले रखा है लेकिन सुविधाओं का अभाव है शिवलिंग के चबूतरे पर तीन सेट तक नहीं है पीने के लिए साफ पानी की व्यवस्था भी नहीं है मात्र एक सराय बनी हुई है जिसमें गंदगी फैली रहती है बड़ी संख्या में क्षेत्र के लोग पिकनिक मनाने पार्टियां करने के लिए का रुख करते हैं वहीं पास में नदी के किनारे बसे इस धार्मिक स्थल की मान्यता दूर-दूर तक कांता पूरी के नाम से हैं दर्शन करने आने वाले समाजसेवियों श्रद्धालुओं का कहना है कि विकास की संभावना है सरकार व जनपद निधियों को इस ओर ध्यान देना चाहिए लेकिन ऐसा शायद अभी तक होता नहीं दिखाई दे रहा है हालांकि इस जगह पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं एवं धार्मिक प्रवृत्ति के लोगों का कहना है कि यहां पर सबसे ज्यादा समस्याओं का सामना गर्मी के दिनों में करना पड़ता है

रिपोर्टर कुलदीप सिंह सिरोही छिपाबड़ोद।