भाजपा सरकार में नेता मस्त जनता त्रस्त अधिकारी पस्त पूर्व कैबिनेट मंत्री जगदीश नारायण राय

उत्तर प्रदेश ( दैनिक कर्मभूमि) जौनपुर

जौनपुर। सपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री जगदीश नरायन राय ने कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाते हुए प्रदेश की सरकार पर करारा हमला करते हुए जिला प्रशासन तथा पुलिस प्रशासन पर तमाम सवाल खड़ा किया है । श्री राय का मानना है कि आज किसी भी स्तर पर कानून का सही ढंग से पालन नहीं किया जा रहा है। गांव से लेकर शहर तक जमीनी विवाद बढ़े हुए है ।इसे लेकर हत्यायें तक हो रही है। सरकार से लेकर प्रशासनिक अधिकारी एवं पुलिस के अधिकारी पूरी तरह से मौन साधे हुए है।
एक जनपद जौनपुर में एक सप्ताह के अन्दर की घटनाओं का जिक्र करते हुए बताया कि 23 अगस्त को थाना खुटहन के फिरोजपुर गांव में जमीनी विवाद को लेकर जम कर खूनी खेल हुआ जिसमें तीन मौतें हो गयी।घटना के पहले राजस्व विभाग एवं पुलिस दोनों धन दोहन के अभियान में लगी रही पीड़ित के साथ न्याय नहीं किया हत्या होने पर सबकी नींद खुली । इसी तरह शाहगंज थाने में पुलिस द्वारा थाना के अन्दर फरियादी का मुकदमा लिख कर उसके साथ न्याय करने के बजाय उसे पीटा गया वीडियो वायरल हुआ है यह क्या हो रहा है पुलिस खुले आम गुन्डई कर रही है।थाना जफराबाद के गोपीपुर गांव में पुलिस एवं राजस्व विभाग द्वारा पीड़ित के साथ न्याय न करने पर 27 अगस्त को जम कर खूनी जंग हुआ आधा दर्जन महिला बच्चे पुरुष घायल हुए इसका भी वीडियो वायरल है यहाँ भी प्रशासन की निगलेजन्सी सामने नजर आ रही है। इसी तरह 28अगस्त को थाना बरसठी के राजापुर परियत गांव में जमीनी विवाद को लेकर खूनी संघर्ष हुआ यहाँ भी आधा दर्जन लोग घायल हो गये पुलिस खानापूर्ति करने तक सीमित रही है। इसी दिन थाना शाहगंज क्षेत्र के ग्राम चकेसर में जमीनी विवाद को लेकर जम कर धार दार असलहा तलवार चली है जिसमें एक महिला शशिकला तिवारी 42 साल गम्भीर रूप से घायल है जीवन मौत के बीच संघर्ष कर रही है। पुलिस मुकदमा दर्ज कर अपनी जिम्मेदारी से मुक्त हो गयी हैश्री राय ने कहा कि यह तो मात्र एक जनपद में एक सप्ताह का मामला है पूरे प्रदेश के आंकड़े कहां होगे सहज अनुमान लगाया जा सकता है। साथ ही कहा कि इसके लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया जाये तो अतिशयोक्ति नहीं होगा। आरोप लगाया कि सरकार नहीं चाहती कि जनता सुरक्षित रहे अपराध कम हो इसी लिए सरकार के तंत्र मनमानी कर रहे हैं। राजस्व विभाग के तहसील स्तर पर तथा थानों पर खुले आम जनता के सही कामों की बोलियाँ लगायी जा रही है। थानेदार तो दोनों हाथों से जनता को लूट रहे है यह सब किसके इशारे पर हो रहा है जनता जान रही है। सरकार शख्त हो जाये तो मजाल क्या है कि कोई जनता को लूटने का साहस कर सके।