छीपाबड़ौद महाविद्यालय को सरकारी दर्जा दिलाने को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने किया नारेबाजी सोंपा ज्ञापन

राजस्थान (दैनिक कर्म भूमि) बारां छीपाबड़ौद महाविद्यालय को सरकारी करने के बाद पुनः स्थानीय समिति द्वारा संचालित करने का आदेश जारी करना दुर्भाग्यपूर्ण अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नगर मंत्री हरिओम मालव ओर कॉलेज अध्यक्ष ओमेंद्र सिंह राजावत के नेतृत्व के मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार जी को सौपा ज्ञापन ज्ञापन में बताया कि राजस्थान सरकार द्वारा राजस्थान के कुछ स्वपोषित महाविद्यालयो को राजकीय दर्जा देना स्वागत योग्य निर्णय था। समस्त विद्यार्थी वर्ग में आर्थिक राहत मिलने से खुशी का माहौल था।इसी सूची में बारां जिले के छीपाबड़ौद तहसील के श्री प्रेम सिंह सिंघवी महाविद्यालय को भी राजकीय कर दिया गया था। जिला समिति सदस्य जितेंद्र लोधा ने बताया कि महाविद्यालय सरकारी होने से, कई स्थानीय विद्यार्थी जो अन्य राजकीय महाविद्यालय में प्रवेश ले सकते थे परंतु नही लिया। फिर पुनः सरकार द्वारा सभी राजकीय महाविद्यालयो में प्रवेश की अंतिम तिथि निकलने के बाद महा विद्यालय को स्थानीय समिति द्वारा संचालन करने का आदेश देना। समस्त विद्यार्थी वर्ग के
साथ धोखा है। अब विद्यार्थी को मजबूरन साल खराब होने से बचाने के लिए स्थानीय स्वपोषित महाविद्यालय में ही प्रवेश लेना होगा ओर भारी भरकम फीस भरनी पड़ेगी।।सरकार से आग्रह है अपने निर्णय पर पुनः विचार करे। अन्यथा समस्त विद्यार्थी वर्ग को आर्थिक समस्या से जूझना पड़ेगा ज्ञापन देने वालो में युवराज सुमन,नवनीत ,आनंद मीणा, आदर्श सोनी,आदित्य वैष्णव शुभम मालव, राहुल मीणा, विशाल कुशवाह,योगेंद्र कुशवाह हेमेन्द्र सिंह,दिलखुश गुर्जर,चिंटू बना आदि मौजूद रहे

रिपोर्टर कुलदीप सिंह सिरोहीया बारां छीपाबड़ौद