जिलाधिकारी की अध्यक्षता में विकास कार्यों, आईजीआरएस आदि विभिन्न बिंदुओं की समीक्षा बैठक हुई संपन्न

उत्तर प्रदेश (दैनिक कर्मभूमि) चित्रकूट-जिलाधिकारी शेषमणि पांडेय ने प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास पर कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर नोडल अधिकारी आवास प्लस के कार्यों की जांच अवश्य करें इसके अलावा पेयजल, विद्युत, मनरेगा के कार्य, गौशाला संचालन, स्वच्छ शौचालय, पोषण मिशन के कार्य, विद्यालयों के संचालन आदि का निरीक्षण कर रिपोर्ट उपलब्ध कराएं उन्होंने कहा कि जिन विकास खंडों में अभी भी आवास पूर्ण नहीं हुए हैं तो संबंधित अधिकारियों से जवाब तलब भी किया जाए। उन्होंने कहा कि पोषण माह भी चल रहा है कुपोषित बच्चों के परिवारों को प्रेरित करके शासकीय गौशाला से दुधारू गाय उपलब्ध कराएं उसमें नौ सौ रुपए प्रतिमाह भरण पोषण के लिए भी दिया जाएगा। खंड विकास अधिकारियों से कहा कि गौशालाओं पर सभी समुचित व्यवस्था रहे गोवंश की सूचना सभी खंड विकास अधिकारी मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को दें कि किस गौशाला में कितने गोवंश स्थापित है उन्होंने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि भरण-पोषण की जो पत्रावली लंबित हैं उनका तत्काल भुगतान कराएं और इन पत्रावलियों का क्रॉस वेरिफिकेशन भी कराया जाए गौशाला संचालन की प्रतिदिन की फोटो खंड विकास अधिकारी ग्राम रोजगार सेवक व सचिव के माध्यम से उपलब्ध कराएं पशुओं का स्वास्थ्य परीक्षण अवश्य करें कोई भी गोवंश बीमार न हो गौ सेवकों का समय से भुगतान करें गौशाला के संचालन के लिए जिला पंचायत राज अधिकारी तथा खंड विकास अधिकारी जिम्मेदार है मुझे किसी भी दशा में सड़कों पर गोवंश नहीं मिलना चाहिए आप लोग सुनिश्चित करें।उन्होंने उप जिलाधिकारियों से कहा कि गौशाला निर्माण के लिए जिन ग्राम पंचायतों पर शासकीय जमीन उपलब्ध नहीं है तो अगल बगल की ग्राम पंचायतों पर चिन्हित करके उपलब्ध कराएं जहां पर भूमि विवाद है तथा न्यायालय में वाद चल रहे हैं उसकी पैरवी करके निस्तारित कराया जाए। आईजीआरएस, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन, ऑनलाइन संदर्भ, पीजी पोर्टल, जनसुनवाई, ई डिस्टिक पोर्टल आदि की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो लंबित प्रकरण है उनका एक सप्ताह के अंदर निस्तारण कराएं कोई भी संदर्भ लंबित नहीं रहना चाहिए जनसमस्याओं की लगातार समीक्षा शासन द्वारा की जा रही है इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। उन्होंने मनरेगा कन्वर्जेंस से संबंधित विभागों की समीक्षा पर वन विभाग के कार्य शुन्य पाए जाने पर निर्देश दिए कि कार्यों पर प्रगति बढ़ाएं यही स्थिति ठीक नहीं है जिन विभागों के भुगतान लंबित है उन्हें समय से कराएं खंड विकास अधिकारियों से कहा कि सभी गांव पर मनरेगा के कार्य चलते रहना चाहिए अधिक से अधिक श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराएं रिजेक्टेडट्रांजैक्शन को भी निस्तारित करें उन्होंने यह भी कहा कि जो 80 से 100 दिन तक जिन श्रमिकों ने कार्य किया है उसका भी विवरण उपलब्ध कराया जाए उन्होंने कहा कि रेन वाटर हार्वेस्टिंग, वाटर कंजर्वेशन के कार्यों को बढ़ावा दिया जाए बड़े पुराने तालाब व बीहर हैं उनके भी प्रस्ताव तैयार करा कर उसमें भी कार्य कराए जाएं। उन्होंने किसान सम्मान निधि, कर करेतर, कन्या सुमंगला योजना, रोजगार सृजन कार्यक्रम, हवाई पट्टी के विस्तारीकरण, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे, सामुदायिक शौचालय, स्वच्छ भारत मिशन, पेंशन योजनाएं, प्रधानमंत्री आवास शहरी आदि विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों से कहा कि शासन से निर्देश दिए गए हैं की पात्र लाभार्थियों को सभी योजनाओं का लाभ दें सुदूर क्षेत्र के अंतिम पायदान पर निवासरत व्यक्ति को लाभ मिले यह आप लोग सुनिश्चित कर लें। उन्होंने जिला पूर्ति अधिकारी से कहा कि कोल समुदाय के लोगों को शत-प्रतिशत राशन कार्ड बनाएं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि आधार कार्ड बनाए जाने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। पर्यटन अधिकारी शक्ति सिंह को निर्देश दिए कि पर्यटन स्थलों के प्रस्ताव तत्काल तैयार करा कर शासन को भेजा जाए। परिक्रमा मार्ग चौड़ीकरण, राम घाट में आरती स्थल पर लेजर शो की भव्य व्यवस्था, मंदाकिनी पुनरुद्धार, बाल्मीकि आश्रम के कार्य व राजापुर के विकास कार्य, लक्ष्मण पहाड़ी का विकास के लिए भी प्रस्ताव बनाकर उपलब्ध कराएं उन्होंने कहा कि जिन अधिकारियों ने अभी तक टि्वटर अकाउंट नहीं बनाए हैं और न ही फालो किया है वह तत्काल बना ले अगले सप्ताह तक प्रत्येक दशा में बन जाए नहीं तो संबंधित अधिकारियों का वेतन रोकने की कार्यवाही की जाएगी।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अमित आसेरी, अपर जिलाधिकारी जी पी सिंह, उप जिला अधिकारी करबी राम प्रकाश, मऊ राजबहादुर, मानिकपुर संगम लाल, राजापुर राहुल कश्यप, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ विनोद कुमार, डीसी एनआरएलएम श्री राम उदरेज यादव सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

ब्यूरो रिपोर्ट अश्विनी कुमार श्रीवास्तव चित्रकूट