राजस्थान (दैनिक कर्मभूमि) बारां छीपाबड़ौद उपखंड एवं तहसील क्षेत्र के किसानों को नहीं मिल रहा लंबे समय तक इंतजार करने के बाद भी कस्बे एवं तहसील क्षेत्र के किसानों को नहीं मिल पाया अभी तक वर्ष 19,,,20 का फसल खराबे का मुआवजा जबकि छिपाबड़ोद तहसील क्षेत्र में सबसे ज्यादा सोयाबीन का रकबा है। जानकारी देते हुए बताया गया है कि सोयाबीन का नहीं मिला मुआवजा क्षेत्र के किसानों से लगता है राम एवं राज दोनों ही रुठे हैं गत वर्ष अतिवृष्टि के चलते फसल खराब के मुआवजा का किसान 1 वर्ष बाद भी इंतजार कर रहे है कई इस वर्ष भी सोयाबीन मक्का की फसल उड़द में भी पीलिया रोग लग गया लेकिन स्थानीय प्रशासन ने अभी तक भी सर्वे नहीं कराया जिससे किसान बीमा भी क्लेम नहीं कर पा रहे सरपंच लोकेंद्र सिंह ने बताया गत वर्ष अतिवृष्टि के कारण किसानों की सोयाबीन की फसल गलकर नष्ट हो गई जिसका अभी तक किसान किसानों को मुआवजा नहीं मिला इस वर्ष कर्ज लेकर फसल की बुवाई की शुरू में फसलें अच्छी थी लेकिन अचानक सोयाबीन और उड़द की फसल में पीलिया रोग इल्ली का प्रकोप बढ़ा किसानों ने महंगे कीटनाशक का छिड़काव भी किया जब सोयाबीन में फलाव का समय आया तो सोयाबीन अचानक पीली पढ़कर सूख गई 2 वर्षों से सोयाबीन खराब की मार झेल रहे क्षेत्र के किसानों को चिंता है कि अब आगामी फ़सल कैसे उगा पाए क्योंकि आगमी फसल की तैयारी के लिए खाद बीज खरीद नहीं पा रहे है बातया कि सोयाबीन की फसल में फल आने से पहले खेतो के आस-पास के गांव टाकोड़ा भावपुरा बंबोरी कलमोदिया बाबड खेड़ी आदि के अनुसार पहले ही फलाव कम था ऊपर से अब यह पीलिया जिसे लेकर सरपंच लोकेंद्र सिंह राठौड़ ने राजस्व विभाग से 1 वर्ष पहले का मुआवजा देने की मांग की व किसानों की सोयाबीन फसल का सर्वे कराने की अपील की गई।
रिपोर्टर कुलदीप सिंह सिरोहीया बारां छीपाबड़ौद
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