आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत लाभार्थियों को पोषाहार का वितरण समय से कराया जाए- डीएम

उत्तर प्रदेश(दैनिक कर्मभूमि) चित्रकूट-जिलाधिकारी शेषमणि पांडेय की अध्यक्षता में पोषण अभियान के क्रियान्वयन एवं अनुश्रवण के संबंध में डिस्ट्रिक्ट कन्वर्जेंस एक्शन कमेटी की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई।

जिलाधिकारी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास मनोज कुमार को निर्देश दिए जितने भी विभाग कन्वर्जेंस के हैं और उन्होंने अभी तक पोषण माह के अंतर्गत कराए गए कार्यों की फीडिंग नहीं कराई है तो संबंधित विभागों से जवाब तलब किया जाए। मुख्य विकास अधिकारी से कहा कि सभी सहयोगी विभागों से समन्वय स्थापित कर फीडिंग की कार्यवाही सुनिश्चित कराई जाए उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत लाभार्थियों को पोषाहार का वितरण समय से कराया जाए उसमें नोडल अधिकारियों के निरीक्षण के अलावा रेंडम चेकिंग भी कराई जाए। गर्भवती, धात्री महिलाओं को शत-प्रतिशत पोषाहार वितरण कराया जाए। आशा, एएनएम तथा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के माध्यम से गर्भवती, धात्री महिलाओं तथा कुपोषित बच्चों का शत-प्रतिशत चिन्हांकन कराएं इसमें प्रभारी चिकित्साधिकारी व बाल विकास परियोजना अधिकारी इस कार्यक्रम को सुनिश्चित करें। बी एच डी के दिन सभी बाल विकास परियोजना अधिकारी अपने अपने क्षेत्र का भ्रमण करके फोटो ग्राफ्स ग्रुप डाले तथा प्रतिदिन की निरीक्षण आख्या भी जिला कार्यक्रम अधिकारी के माध्यम से भेजना सुनिश्चित करें। उन्होंने सुपोषित गांव पर कहा कि इस वर्ष 22 गांव के लक्ष्य के अनुरूप कहा कि 5 गांव और बढ़ाएं जाएं प्रतिमाह सभी बाल विकास परियोजना अधिकारी एक-एक गांव संतृप्त अवश्य करें प्रत्येक माह का लक्ष्य रखें सभी विभागीय अधिकारी अपने अपने विभागीय योजनाओं के कार्यों को शत-प्रतिशत कराकर सुपोषित गांव घोषित कराएं। जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी से कहा कि ग्राम प्रधान व एएनएम के खाता ग्राम पंचायत पर खुले हैं प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र पर बजन मशीन होना चाहिए यह मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा आपकी जिम्मेदारी है।समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारियों को निर्देश दिए कि निर्धारित लक्ष्य के अनुसार पोषण पुनर्वास केंद्र पर जितने बच्चों को भर्ती कराना है उन्हें भर्ती कराकर स्वास्थ्य लाभ दिया जाए मुख्य चिकित्सा अधिकारी विनोद कुमार को निर्देश दिए कि आरबीएसके की टीम को कोविड-19 से पूर्णतया छोड़ दिया जाए ताकि पोषण पुनर्वास केंद्र में स्वास्थ्य परीक्षण कराकर कुपोषित बच्चों को भर्ती कराया जा सके उन्होंने कहा कि आरबीएसके की टीम गांव में जाकर स्वास्थ्य परीक्षण करे। कहां की कुपोषण शासन की प्राथमिकता वाले बिंदु पर है लगातार इसकी समीक्षा की जा रही है मैं किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं करूंगा। जिला कार्यक्रम अधिकारी से कहा कि जिन बाल विकास परियोजना अधिकारियों ने अभी तक एक भी कुपोषित बच्चे पोषण पुनर्वास केंद्र पर भर्ती नहीं कराया है उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी की जाए। बाल विकास परियोजना अधिकारी शहर को निर्देश दिए की पोषण वाटिका जिन आंगनवाड़ी केंद्रों पर जगह है वहां पर बनाया जाए जहां पर जगह कम है वहां पर न्यूट्री गार्डन की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं उन्होंने सभी बाल विकास परियोजना अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण वाटिका का निर्माण का लक्ष्य दिया गया है तो तत्काल जगह को चिन्हित करके निर्माण कार्य पूर्ण कराएं इस माह के अंत तक सभी जगह लक्ष्य के अनुरूप पोषण वाटिका व न्यूट्री गार्डन का निर्माण करा कर अगली बैठक में फोटोग्राफ्स के साथ उपस्थित हो।मुख चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि जिन बिंदुओं पर कमी आई है उनमें प्रगति बढ़ाई जाए तथा आशा, एएनएम, आंगनवाडी कार्यकत्री को लगाकर गर्भवती, धात्री महिलाएं व कुपोषित बच्चों को नियमित स्वास्थ्य परीक्षण अवश्य कराया जाए। जिलाधिकारी ने कहां की जीरो से 5 वर्ष के जो लाल श्रेणी के बच्चे हैं उनको शत प्रतिशत स्वास्थ्य लाभ दिलाया जाए तथा प्रत्येक परिवार को सरकारी गौशाला से एक एक दुधारू पशु अवश्य दिलाएं तथा उन्हें शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ भी दिलाया जाए जिला कार्यक्रम अधिकारी तथा मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी से कहा कि एक सप्ताह के अंदर सभी विकास खंडों पर कार्यक्रम आयोजित कराकर कुपोषित बच्चों के परिवारों को एक-एक दुधारू पशु दिलाया जाए जिन परिवारों को गोवंश दिया जा रहा है तो आंगनबाड़ी कार्यकत्री प्रतिदिन फीडबैक लेकर अवगत कराएं। उन्होंने डीसी मनरेगा को निर्देश दिए कि प्राथमिकता के आधार पर मनरेगा का जॉब कार्ड बनाकर अधिक से अधिक कुपोषित बच्चों के परिवारों को रोजगार दिलाएं तथा उन्हें काऊ सेट भी दिलवाया जाए।उन्होंने कहा कि वजन मशीन, दुधारू गाय उपलब्ध कराना, पोषण वाटिका, कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराकर स्वास्थ्य लाभ दिलाया जाना यह चार बिंदु महत्वपूर्ण है इस पोषण माह में अधिक से अधिक लाभान्वित कराया जाए जिला पंचायत राज अधिकारी को यह भी निर्देश दिए कि जिन आंगनबाड़ी केंद्रों पर अभी तक शौचालय नहीं बने हैं तो एक सप्ताह के अंदर निर्माण कार्य कराया जाए। जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि शासन द्वारा जो दिशा निर्देश दिए गए हैं संबंधित विभाग उन दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित कराएं इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए इस पोषण माह में सभी विभाग अपने अपने कार्यों को शत-प्रतिशत कराएं।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अमित आसेरी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ विनोद कुमार, डीसी मनरेगा दयाराम यादव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रकाश सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी संजय कुमार पांडेय, जिला विद्यालय निरीक्षक बलिराज राम, अधीक्षक जिला चिकित्सालय डॉक्टर आरके गुप्ता, सहित संबंधित अधिकारी व बाल विकास परियोजना अधिकारी मौजूद रहे।

ब्यूरो रिपोर्ट अश्विनी कुमार श्रीवास्तव चित्रकूट