टॉप-10 अपराधी केड़ा उर्फ अभय उर्फ रोनी उर्फ धोनी उर्फ लखन अवैध तमंचा कारतूस व फर्जी आईडी के साथ गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश (दैनिक कर्मभूमि) पुलिस अधीक्षक चित्रकूट अंकित मित्तल के निर्देशन में टॉप-10,मफरुर,इनामिया,हिस्ट्रीसीटर अपराधियों की धरपकड़ हेतु चलाये जा रहे ऑपरेश क्लीन के क्रम में के.के. मिश्रा प्रभारी निरीक्षक मानिकपुर के मार्गदर्शन में वरि0उ0नि0 अशोक कुमार निगम तथा उनकी टीम द्वारा टॉप-10 अपराधी केड़ा उर्फ अभय उर्फ रोनी उर्फ धोनी उर्फ लखन पुत्र सगुनिया कंजड़ निवासी पटेल नगर कस्बा व थाना मानिकपुर चित्रकूट को एक अदद तमंचा 12 बोर व 02 अदद कारतूस 12 बोर व फर्जी नाम पते की 04 आईडी के साथ गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारशुदा अभियुक्त शातिर किस्म का अपराधी है, इसके द्वारा उ0प्र0 के अलावा कई प्रदेशों में लूट/चोरी जैसी घटनाऐं कारित की गयी हैं। अभियुक्त विभिन्न स्थानों पर अपना नाम बदलकर रहता था तथा घटना कारित करने के उपरान्त स्थान बदल देता था। जनपद वाराणसी के थाना कैंट व रोहनिया तथा जनपद प्रयागराज के थाना बारा में इसके विरुद्ध गलत नाम व पते से मुकदमें पंजीकृत हैं। बरामदशुदा 04 फर्जी आईडी में अभियुक्त के नाम पते गलत हैं। अपराध करने के उपरान्त पकड़े जाने पर गलत आई व पते का उपयोग करता था ताकि जमानत पर छूटने के उपरान्त माननीय न्यायालय में हाजिर न होना पड़े व सजा से बच जाये। फर्जी व कूटरचित आईडी तथा शस्त्र बरामदगी के आधार पर अभियुक्त उपरोक्त के विरुद्ध थाना मानिकपुर में मु0अ0सं0 122/2020 में धारा 419/420/467/468/471 भादवि0 व 03/25 आर्म्स एक्ट पंजीकृत किया गया।
अभियुक्त का अपराधिक इतिहासः-
(1). मु0अ0सं0 392/15 धारा 395/412 भादवि0 थाना कैंट जनपद वाराणसी
(2). मु0अ0सं0 293/15 धारा 457/380/411 भादवि0 थाना रोहनिया जनपद वाराणसी
(3). मु0अ0सं0 97/19 धारा 459/411 भादवि0 थाना बारा जनपद प्रयागराज
(4). मु0अ0सं0 310/19 धारा 395/412 भादवि0 थाना रोहनिया जनपद वाराणसी
(5). मु0अ0सं0 122/2020 धारा 03/25 आर्स एक्ट थाना मानिकपुर जनपद चित्रकूट
बरामदगीः-
01 अदद तमंचा 12 बोर
02 अदद कारतूस 12 बोर
04 फर्जी आईडी
गिरफ्तारी करने वाली टीमः-
1. वरि0उ0नि0 अशोक कुमार निगम थाना मानिकपुर
2. उ0नि0 अनिल कुमार साहू चौकी प्रभारी सरैंया
3. उ0नि0 सुरेश कुमार यादव
4. मुख्य आरक्षी महेन्द्र सिंह
5. आरक्षी विकास सिंह
6. आरक्षी शिवपाल सिंह

ब्यूरो रिपोर्ट अश्विनी कुमार श्रीवास्तव चित्रकूट