केंद्रीय ग्रह मंत्री अमित शाह नाराज, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर दर्ज होगी एफआईआर

दिल्ली ( दैनिक कर्मभूमि) नई दिल्ली

गृह मंत्रालय ने कसा शिकंजा: पौधारोपण मामले में दस्तावेजों से हुआ बड़ा खुलासा

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मध्य प्रदेश विकास कार्यों की सर्वे रिपोर्टों को देखकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से नाराज हो गए हैं l मध्य प्रदेश शासन के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मुश्किलें बढ़ती नज़र आ रही है, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी उन पर शिकंजा कसा है। वर्ष 2017 में शिवराज सरकार के कार्यकाल में हुए पौधरोपण कथित घोटाले में सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं। अब इस मामले की जांच आर्थिक अपराध शाखा द्वारा की जाएगी। दरअसल, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्लू) को पत्र लिखकर जांच करने के लिए कहा है। इस मामले में आधा दर्जन से ज्यादा वन अधिकारियों के खिलाफ भी जांच की जाएगी। मामले में आरोप लगाया गया है कि नर्मदा नदी के किनारे छह करोड़ से ज्यादा पेड़ लगाने के विश्व रिकॉर्ड बनाने की कोशिश के चलते पब्लिक फंड के पैसों का दूसरे लोगों को लाभ पहुंचाने के इरादे से इस्तेमाल किया गया। हालांकि, शिवराज ने जांच छुपाने के लिए काफी प्रयास किए थे। शिवराज की कार्यशैली से केंद्रीय नेतृत्व नाराज है, विश्व रिकॉर्ड बनाने के नाम पर शिवराज ने सिर्फ ढोंग किया। केंद्रीय मंत्रालय से जानकारी के अनुसार ग्नीज़ बुक वर्ड रिकार्ड के मुताबिक महज 4.5 फीसदी पौधरोपण मापदंडों के तहत किया गया था। केंद्रीय मंत्रालय ने आरोप लगाते हुए कहा कि 455 करोड़ रुपये की वृक्षारोपण परियोजना में बड़े पैमाने पर विसंगतियां पाई गई हैं। उन्होंने कहा कि पौधे गुजरात और महाराष्ट्र से मंगवाए गए थे। जबकि गड्ढे खोदने के लिए जेसीबी मशीन का उपयोग किया गया लेकिन कई स्थानों पर गड्ढे खोदे नहीं गए। इस मामले में वन विभाग की तत्काल अधिकारियों और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ जांच ईओडब्ल्यू को सौंपी गई है। वन विभाग द्वारा दिखाए गए दस्तावेज़ों से पता चलता है कि तत्कालीन अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक बीबी सिंह को परियोजना का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया था और सेवानिवृत्त पीसीसीएफ वाई सत्यम को अनुबंध के आधार पर राज्य योजना आयोग में एक विशेषज्ञ के रूप में नियुक्त किया गया था। सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार, रोपण के लिए 1.21 लाख से अधिक स्थानों की पहचान की गई और 7.10 करोड़ पौधे लगाए गए l

अभिषेक शुक्ला उत्तर प्रदेश सम्पादक