पॉलिथीन का जिन्न बोतल में बंद समाज मे नयी चेतना जगा रहा है पर्यावरण विभाग

राजस्थान (दैनिक कर्मभूमि) बारां – पॉलीथिन की थेलिया प्लास्टिक की बोतल गुटखों के रैपर पूरी मानव जाती व प्राणी मात्र के लिए कितने घातक है सरकार चाह कर भी इन्हे नहीं रोक पा रही है इस ओर हमारा ध्यान नहीं जाता है इनको हम कही भी डाल देते हैजबकि हमको यह पता है की ये पानी से भी गलती नहीं है.जिसके कारण ग्राम हो या शहर हमारी उपजाऊ भूमि बंजर हो रही है नालियां चोक हो जाने से गंदगी हो रही है जिसके कारण बीमारियां फैल रही है नदी नाले बांध यहां तक समुद्र का पानी प्रदूषित हो रहा है जिससे प्रदूषित पानी पीने व प्रदूषित पानी मे किये जारहे मछली पालन से प्रदूषित मछली खाकर लोग बीमार हो रहे है बांध व समुद्र के किनारे कई किलोमीटर मै पॉलीथिन व बोतल इकठ्ठी हो जाने से मछली पालन मे लगे लोगों का व्यवसाय प्रभावित हो रहा है शहरो मे नाले चोक होने से प्रशासन द्वारा बहुत बड़ा बजट खर्च करने के बाद भी वर्षा काल मे बाढ़ की समस्या से जूझना पड़ता है इस प्रकार यह छोटी सी दिखने वाली समस्या को गंभीरता से लेने पर महसूस होता है की यह समस्या हमारे देश के विकास मे बहुत बड़ी बाधक है इसके निवारण के संबंध मे चर्चा करने पर हर कोई सरकार को दोष देने लगता है राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की पर्यावरण गतिविधि ने इस समस्या को गंभीरता से विचार किया है तथा अखिल भारतीय स्तर पर विचार विमर्श करने पर इसका बहुत ही आसान हल निकला है इसके लिए सबसे आसान तरीका है की हमारे घर पर आई पानी की बोतल या अन्य प्लास्टिक की बोतल मे पॉलीथिन की थेलिया गुटखों के रैपर आदि ऐसे प्लास्टिक जिसको कबाड़ी भी नहीं खरीदता है इनको बोतल मै दबा दबा कर भर कर इसको ठोस बना देंगे तो इसको कबाड़ी खरीद कर रिसाइकिल हेतु बेच देगा इस बोतल को हमने इको ईंट नाम दिया है देश में इस इको ईंट का उपयोग बाउंड्री निर्माण,खेतोँ की डोली मे लगाने, व सड़क निर्माण में होने लगा है पर्यावरण गतिविधि समस्त जनता का आव्हाहन करती है की इस समस्या की गंभीरता को देख कर यह आसान सा प्रयोग की शुरुआत व्यक्तिगत स्तर पर आज से ही करने की कृपा कर देश को स्वछ व समृद्ध बनाने में अपना योगदान देकर देश भक्ति का परिचय दे अगर आपसे यह इको ईंट कबाड़ी नहीं लेता है तो हमें सूचित करे हम हमारे कार्य कर्ताओ से इकठ्ठा करवा लेगे मकर संक्रांति तक देश भर में संघ की पर्यावरण गतिविधि इसके लिए जन जागृति हेतु शिक्ष्ण संस्थान धार्मिक संस्थान पहले से पर्यावरण संरक्ष्ण में लगे पर्यावरण के कार्यकर्ता व संघ से प्रेरित अन्य सेवा संघठन के ग्रुप बना कर ऑनलाइन मीटिंगे कर जन जागरण करने का प्रयास कर रहा है देश को बर्बाद करने वाले पॉलीथिन के इस जिन्न को बोतल में बंद कर देश के जागरूक नागरिक होने का परिचय देवे यह जानकारी संघ के विभाग पर्यावरण सह संयोजक राधेश्याम सालोदिया व विभाग प्रचार प्रमुख राजेन्द्र कुमार शर्मा द्वारा दी गई।

रिपोर्टर कुलदीप सिंह सिरोहीया बारां छीपाबड़ौद