किसान नेता रामदयाल नागर नें सम्बोधित कर किसान आंदोलन पर कहा की सरकार और किसान दोनों मिलकर आंदोलन खत्म करवानें ओर करनें पर करें विचार।

राजस्थान (दैनिक कर्मभूमि) बारां छीपाबड़ौद श्री हनुमान सिद्ध साधना आश्रम ओर अलख निरंजन ज्योति ध्यान योग केंद्र में कोरोना काल में कैसे करें घर के आर्थिक हालात ठीक विषय को लेकर किसान आंदोलन पर हुयीं ऑनलाइन ज़ूम मीटिंग एप आईडी पर वीडियो कॉन्फ्रेंस बैठक ओर सेमिनार हुई समपन्न।योग संगठन मंत्री परमानन्द के अनुसार ऑनलाइन बैठक ओर सेमिनार की अध्यक्षता छबड़ा केंद्र स्थित अलख निरंजन ज्योति ध्यान योग केंद्र के कार्यकारी अध्यक्ष शंकर लाल नागर द्वारा की गयीं तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में बैठक में रामदयाल नागर खांखरा नें लिया भाग।ऑनलाइन सम्बोधित करते हुऐ रामदयाल नागर नें कहा कि वर्तमान में सम्पूर्ण विश्व में कोरोना का भय व्याप्त है अर्थव्यवस्था और व्यवसाय पटरी पर आने की कोशिश में चल रहा है हम आम और कास को सन्देश देते है कि आप *”कोरोना से डरोना हर व्यक्ति मास्क का प्रयोग करोना।*” के सन्देश को माने ओर साथियों को भी मनवावें।कोरोना सन्देश के साथ नागर नें कहा कि कोरोना काल में आम आदमी सहित देश की अर्थव्यवस्था बिगड़ी हुयीं है यदि सभी मिलकर काम करेगें तो जल्द ही हम पटरी पर अर्थव्यवस्था ले आयेंगे आज कोरोना ने रोजगार तो छीना ही साथ ही कोरोना संक्रमण से संक्रमित हुए कई अपनें लोगों नें जान भी गंवा दी है।नागर ने कहा कि ऐसे हालात में हमें कोविड को खत्म करनें के लिए सरकारी कोरोना गाइड लाइन का प्रयोग कर घर और बाहर दोनों जगह इसे अमल में लाना चाहिए जिसमें सबसे ज्यादा कोविड को रोकनें के लिए मोस्ट *”मास्क का प्रयोग है*” जिसे हमें मुंह पर धारण करना ही चाहिए जिससे बात-चीत,खांसते,छींकते,थूकते,खखारते हम इसके संक्रमण से दूसरे को बचा ओर स्वयं भी बच सकेंगें,हमें हाथों को भी दिन में कई बार धोना चाहिए और मास्क को भी 2 या 3 दिन में एक बार नीम,डिटोल मिले साबुन ओर गर्म पानी से अवश्य धोते रहना चाहिए।आमजन शादी विवाह धरना,प्रदर्शन की भीड़ से बचें अनावश्यक लोगों की बातों में आकर धरना प्रदर्शन का हिस्सा ना बनें शादी विवाह के ख़र्चे ओर आम लोगों से जीमने के आमंत्रण पत्र के चर्चे कम करें। भोजन व बड़े लंगर ना जिमावें,जीवन है तो जहान में ज़न्नत भी है तो मिलेंगी,जीवित व्यक्ति को ही जन्नत मिलेगी मुर्दों को नही,जो मुर्दा है उनकी आत्मा को तो क्या खाक जन्नत दिखेंगी ।कहावत भी है ” *अब पछताए क्या होत जब चिड़िया ही चुग गयी खेत।*”कोरोना से स्वयं बचे ओर औरों को भी बचावें कोरोना काल में सादा जीवन-उच्च विचार रखें,बिना चर्चे ओर ख़र्चे के विवाह रचावें पैसा बचेंगा तो उसे अनाथालय,वृद्धाश्रम,स्कूल,भूखों को निशुल्क भोजन देनें और खेती,व्यवसाय के स्वरोजगार के संसाधनों में लगावें भारत के लोगों को गरीबी से अमीरी की ओर ले जावें।सोचें,विचारे ओर फिर कार्य करें मंदिर,मस्जिद,गिरजाघर,चर्च, गुरुद्वारा,आश्रम आदि अपने धर्मों के अनुसार युवा केवल 5 पंचों ओर ईश्वर की साक्षी में शादी विवाह के बन्धन में बंधे ओर व्यर्थ खर्च को बंद करें।चौथमल धाकड़ ने कहा की आज किसान नासमझ बन या समझ के कृषि बिल के कानूनों की लड़ाई में भयंकर सर्दी में भी सड़कों पर आंदोलन के लिए खड़े है। किसान सोचें खेती से वो अमीर कभी नही बनेगा,बनता तो वो अब तक 73 साल के लोकतंत्र में बन जाता किसान एकता का नारा सदियों से चला आ रहा है परन्तु किसानों में जवानों की तरह एकता ओर अनुशासन नही आया है।जय जवान जय किसान का नारे को समझ अपनी खेती को उन्नत ओर आधुनिक व्यवसायिक बनावें ।आंदोलन की जगह संसद द्वारा बनाये कानूनो का अध्ययन करें फिर निर्णय करें और सरकार भी कोई कमी हो तो आंदोलन कारियो से अड़े नही कोई बीच का रास्ता निकाल समाधान खोजें साथ ही सरकारी और नीजी नेता किसान आंदोलन पर जबानी जंग बन्द करें।रामदयाल नागर ने कहा हम सब देश के नेता कहे जाने वाले सब अपने-पराये लोगों को पहचानते है ओर समय-समय पर इनकी पहचान भी कर चुके है इन्हें किसानों के जीवन से प्रेम नही ना ही आमजन के काम से यह सब अवसरवादी ओर लालची,स्वार्थी होते है जिनमें अधिकतर चुनावी मेढ़क है आज के नेता सरकार में बैठ हमारा ही अन्न खाते है और वोट लेकर हमें ही आंख दिखाते है हमारे चुने प्रतिनिधि बिना जनता की राय जानें फाइव स्टार होटलों में बैठ कांनून बना देते है मजबूर जनता को आंदोलनों से रूबरू होना पड़ता है जरा नेताजी खेतों पर एक दिन गुजारो तो सही सर्दी गर्मी और वर्षात कैसे सहता है आम मजबूर ओर किसान हल चला अनाज की बोरियां उठा पिट की ताकत देखों तो सही कैसे पैदा होता है अन्न प्रक्रिया समझौतों सही।में किसान भाइयों से भी निवेदन करता हूं अपने हित अनहित स्वयं देखें घरती से नाता ओर उसपर पर चलने वाला किसान कभी भी गिरेगा नही ओर गिरेगा तो भूंखो तो मरेगा नही आसमान वाला नेता,अभिनेता हो या कोई मंत्री का संतरी,सचिव जो ऊपर आसमान में फ़ाइव स्टार में बैठा एक दिन वो पेंशन बाद गिरेगा तो इकट्ठे किये धन की टेंसन में ही मरेगा ओर ढूंढे से भी हमें जन कल्याण के मिलेगा नही क्योंकि घरती माता का आँचल उस स्वार्थी के लिए नही होगा।किसान भाई जरा सोचें केंद्र और राज्यों में बने कानून 100 प्रतिशत तो कोई कानून बुरा नही होता ओर ना ही अच्छा होता है अभी तीनों कृषि कांनूनो में कुछ सरकार झुके इसकी कमी दूर करें कुछ किसान सोचें की कैसे ना कैसे आंदोलन खत्म करनें की बात बने तो बनाए। किसान नेता भी आगे नरम रुख अपनावें ओर कोरोना की सर्दी में ज्यादा दिन आंदोलन में सडकों पर ना रहें जल्द ही आंदोलन खत्म करें,करावें।बैठक में पवन नरेंद्र नेमीचंद बल्लभ दीपा,बाबूलाल जांगीड़ बिरधी लाल धाकड़ आदि नें भी ऑन लाइन भाग लेकर फोन कर बैठक सेमिनार में कहा की सरकार बातचीत का रास्ता बंद नही करे।बैठक में कार्यकारी अध्यक्ष शंकर लाल नें बेरोजगारी खत्म करनें के लिए कहा कि हमें आज ऑनलाइन ई कॉमर्स ओर एमएलएम व्यवसाय को भी बंद नही करना चाहिए बल्कि ई कॉमर्स कम्पनीयों पर सख्त नियम बना इसे रोजगार की तरह लागू कर ऑनलाइन काम करने वाले लोगों के लिए आर्थिक दृष्टि से उपयोगी और रोजगार परख ओर आमजन केवलिए उन्मुख ओर उपयोगी बनावें जिससे हर आदमी अपनी खरीद से इनकम पा सकें।परमानन्द ने कहा कि भारत में लूट का व्यवसाय ज्यादा है सरकार कम्पनीयों के लिए कठोर नियम बना ई कॉमर्स व्यवसाय को सुदृढ़ ओर मजबूत करें।ई-कॉमर्स कम्पनियों ओर अन्य एमएलएम सिस्टम से काम करनें वाली कंपनियों के व्यवसाय पर भी सरकार निगाह रखें विगत काल में कई कम्पनियों में लोगों नें रोजगार और अपने पैसों की वृद्धि के लिए पैसा लगाया ओर योजनाओं में फिक्स डिपॉजिट जमा भी कराया परन्तु आज तक उन संस्थाओं के कार्यालयों मालिकों का भी कोई अता-पता नही है।बाजार में विगत काल में आदर्श क्रेडिट सोसाइटी,जीसीए मार्केटिंग,फना इंडिया मार्केटिंग लिमिटेड,लुई ब्रेल अंध,मुख ओर बधिर सोसाइटी मार्सबिलडिंग,गोल्ड माइंस आदि कई सारी कमनीयां भारत सहित राज्यों में मार्केटिंग के नाम पर भारत के बाजर में स्वदेशी नारे के साथ आई ओर लोगों को एजेंट के रूप में रोजगार ओर पैसा कमानें का झांसा भी दिया कुछ समय पैसा देकर लोगों का विश्वास जिता परन्तु आगें सभी कम्पनियों ने कुछ वर्षों में लोगों के पैसे बाजार से उगाई कर जेबें भर चंपत हो गयी ओर आज इनके कार्यालय बन्द है उनके मालिक ओर उनके सीनियर बड़े एजेंट आज एम.पी. ओर एम.एल.ए है या उनकी राजनीतिक शरण में है सरकार ने भी इस ओर अभी ध्यान नही दिया जिससे आम आदमी को आज भी पैसा वापसी का इंतजार है।कुछ कम्पनियों पर अभी मुकदमे भी दर्ज है जो देश के विभिन्न जगह के न्यायालयों में विचाराधीन है इन चालू ओर बन्द कम्पनियों का वर्तमान में सरकार सर्वे करावें ओर इनपर लोगों के कूटरचित तरीके से प्लान बना पैसे लूटने ओर लालच देकर लोगों को फसानें धोखा-धड़ी का मुकदमा चलावें ओर ग्राहकों का पैसा इनकी चल-अचल सम्पतियों का बेचान कर लोगों को पैसा दिलावें ओर आमजन को वादा खिलाफी,दोखादड़ी से राहत दिलावें जिससे लोगों में केंद्र और राज्य सरकारों के काम के प्रति विश्वास बड़े और उनकी खरी ईमानदारी की कमाई डूबी पूंजी कोरोना काल में लोगों को वापस मिल सके तो आम जन को आर्थिक रूप से सम्बल ओर राहत मिलेंगी।अँग्रेजों के ज़माने के कम्पनियों के कानूनों से फायदा उठा कर कई पूंजीपतियों नें बड़े राजनेताओं और कम्पनियों के मालिकों से गठबंधन कर सरकार से पंजीकरण कराया ओर इनकम टेस्क विभाग के पेनकार्ड रजिस्ट्रेशन पत्र दिखा-दिखा लोगों को लूटा।आज कई गुम नाम कम्पनियों पर तो भारत में मुकदमा तक दर्ज नही है।लोगों से पैसा लिया-दिया और दोबारा पैसा लेकर वो चंपत हो गयीं।अलख निरंजन ज्योति ध्यान योग संगठन से जुड़े सदस्य केंद्र और राज्य सरकार के मुखियाओं से सोसियल ओर ई-मीडिया के साथ प्रिंट मीडिया में न्यूज ओर पत्रों के माध्यम से आग्रह करते है कि सरकार सभी लेंन-देंन का व्यवसाय करनें वाली पंजीकृत अपंजीकृत सोसायटीयो,कंपनियों का सर्वे करावें ओर सख्त गाइड लाइंस जारी करे इन्हें बंद करने की जगह इनके कारोबार को सरकारी नियंत्रण में लेकर एमएलएम सिस्टम में इन्हें खड़ा कर रोजगार परख बनावें। जिससे सरकारी स्तर पर सीमित रोजगार बढेगा ओर इसे नीजी रोजगार में बदल कर बेरोजगारो,गरीबों,शिक्षितों, अशिक्षितों,मजदूरों और किसानों को भी इस मुहिम से जोड़ें जिससे इन्हें अतिरिक्त रोजगार मिल सकेंगा और छोटे-बड़े व्यवसाय अमीर घरानों से निकल गरीब की झोपड़ी तक ऑनलाइन खरीद बेचान के लिए आएंगे ओर उसके उपभोक्ता को सामान के उपयोग के बदले इनकम भी उसके बैंक खाते में आएगी कुछ ऐसा ही करें सरकार तो व्यापार मे एकाधिकार ओर लुटेरी संस्कृति घटेगी ओर मुख्य व्यवसायियों का केंद्रीकरण से विकेंद्रीकरण होगा।देश में समाजवादी विचारधारा बढ़ेगी लोगों को रोजगार मिलेगा योग केंद्र उपाध्यक्ष बाबूलाल सुमन ने भी कहा की ऐसा सरकार की तरफ से होता है तो इस ई कॉमर्स व्यापार से आर्थिक सम्बलन,रोजगार बढ़ेगा ओर शिक्षित बेरोजगारी घटेगी तो इण्डिया विश्व मे आगे बढ़ेगा नही तो जैसा है वैसा ही रहेगा,आगे शिकायते धरने,प्रदर्शन करते रहो तो करते रहो इनसे कुछ परिवर्तन नही होगा।कुलदीप ने कहा व्यर्थ संघर्ष से जीते रहो देश के मतदाताओ नींद से जागो अपनी ताकत पहचानों सोते रहोगें तो सोते रहो देश के युवाओं देश में आपका ओर लोगों का यही हाल रहा तो प्रजातंत्र का नारा कभी ना होगा लोकतंत्र मे हमारे ओर तुम्हारे लिए कल्याणकारी।

रिपोर्टर कुलदीप सिंह सिरोहीया बारां छीपाबड़ौद