राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत सक्रिय टीबी रोगी खोज अभियान के संबंध में जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति की बैठक

उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) चित्रकूट। जिलाधिकारी शेषमणि पांडेय की अध्यक्षता में राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत सक्रिय टीबी रोगी खोज अभियान के संबंध में जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ विनोद कुमार ने बताया कि 26 दिसंबर 2020 से 31 दिसंबर 2020 तक जनपद के वृद्ध आश्रम, दृष्टि संस्थान, अंध विद्यालय एवं बाल संरक्षण गृह तथा जिला कारागार एवं केंद्रीय विद्यालय में कुल 526 की स्क्रीनिंग की गई जिसमें 13 व्यक्ति सस्पेक्ट पाए गए जिनका बलगम परीक्षण किया गया जिसमें एक क्षयरोगी पॉजिटिव पाया गया जिसे इलाज पर रख दिया गया है 2 जनवरी 2021 से 12 जनवरी 2021 तक शहरी एवं ग्रामीण मलिन बस्ती तथा हाई रिस्क जनसंख्या में एसीएफ कार्यक्रम संपादित किया जाएगा। 13 जनवरी से 25 जनवरी 2021 तक निजी चिकित्सकों एवं दवा विक्रेताओं से संपर्क स्थापित कर क्षय रोगियों की खोज की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस 10 दिवसीय अभियान के अंतर्गत स्वास्थ विभाग की टीमें घर-घर जाकर जांच करेंगी जिसमें दो सप्ताह से लगातार खांसी आना, भूख न लगना, लगातार वजन कम होना, रात में बुखार व पसीना आना, खांसी के साथ बलगम आना, बलगम के साथ खून आना, सीने में दर्द यह मुख्य लक्षण हैं। इस पर जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि जो स्वास्थ्य टीमें लगाई है उन्हें पहचान पत्र भी दिया जाए कहा कि इसमें आशा, एएन एम, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को विशेष तौर पर सक्रिय किया जाए।उन्होंने कहा कि जो स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिलाया जाए उसमें संबंधित लोग उसका शत-प्रतिशत अनुपालन अवश्य करें। कहा कि बैठक की पत्रावली मेरे सम्मुख विलंब से प्रस्तुत क्यों की गई इसमें संबंधित प्रभारी अधिकारी का जवाब तलब भी किया जाए। जो टीवी रोगियों की जांच की मशीन जिला अस्पताल में है उसका भी उपयोग करके मरीजों की जांच कर स्वास्थ्य लाभ दिलाएं। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ एनके कुरैचिया को निर्देश दिए कि खनिज के क्षेत्रों को चिन्हित करके अभियान चलाकर माइक्रो प्लान बनाकर टीवी से ग्रसित व्यक्तियों को चिन्हित कर जांच कराकर स्वास्थ्य लाभ दिलाया जाए।
मुख्य विकास अधिकारी अमित आसेरी ने कहा कि जो स्वास्थ्य टीम लगाई जाए उसके द्वारा जो मार्किंग की जाए उसकी समीक्षा के लिए पर्यवेक्षण अधिकारी को भी लगाया जाए ताकि वह रिपोर्ट प्रस्तुत कर सके। जिलाधिकारी ने कहा कि कोविड की तरह इस अभियान के कार्यों की ई-फाइल बनाकर प्रस्तुत की जाए।मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि पिछले राउंड में 38 मरीजों को चिन्हित किया गया है इस अभियान में शिक्षा व बाल विकास विभाग भी सहयोग करें इस पर जिलाधिकारी ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिए की खंड शिक्षा अधिकारियों, बाल विकास परियोजना अधिकारियों के माध्यम से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व शिक्षकों को अवगत करा दें कि इस अभियान में टी वी से ग्रसित बच्चों की जानकारी कर स्वास्थ्य लाभ दिलाया जाए।उन्होंने कहा कि आरबीएसके की टीम व प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश जारी कर दें की जो कुपोषित बच्चे पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराए जा रहे हैं उनके माता-पिता को अच्छी तरह से गाइड करके पोषण पुनर्वास केंद्र में कुपोषित बच्चों को भर्ती कराकर स्वास्थ्य लाभ दिलाया जाए। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को यह भी निर्देश दिए कि जो 10 जनवरी 2021 से मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है उसके लिए अभी से ही प्लान तैयार करा कर तैयारी कराएं कार्यक्रम का शुभारंभ जनप्रतिनिधियों के माध्यम से कराया जाए। सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स का कोरोना बैक्सीन के लिए पंजीकरण अभियान चलाकर कराले। उन्होंने कहा कि जो शासन से टीवी हारेगा, देश जीतेगा के लिए कार्यों के निर्देश दिए गए हैं उसका अनुपालन अक्षरशः कराया जाए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अमित आसेरी, मुख चिकित्सा अधिकारी डॉ विनोद कुमार, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ इम्तियाज, डॉ आर के चौरिहा, डॉ राम लखन गर्ग, जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास मनोज कुमार, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ एन के कुरैचिया, जिला कार्यक्रम प्रबंधक आरके करवरिया, जिला कार्यक्रम समन्वयक ज्ञान चंद शुक्ला सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव
*जनपद* चित्रकूट