विद्या भारती ने नन्हे नौनिहालों का पुष्य नक्षत्र में कराया स्वर्ण प्राशन* स्वस्थ शिशु ही समृद्ध राष्ट्र का निर्माता

राजस्थान राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) 9521669762 बारां छीपाबड़ौद बारां विद्या भारती शिक्षा संस्थान बारां द्वारा संचालित स्वामी विवेकानंद विद्या निकेतन माध्यमिक विद्यालय के शिशु वाटिका वन्दना सभागृह में गुरुवार को 0 से 16 वर्ष तक के बालकों को स्वर्ण प्राशन संस्कार करवाकर रोग प्रतिरोधक दवा वैदिक मंत्रोचार के साथ डॉ राधेश्याम गर्ग जिला संघचालक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मार्गदर्शन व अग्रवाल आयुर्वेदिक स्टोर के सौजन्य से पिलाई गई।प्रधानाचार्य सत्यनारायण पांचाल ने जानकारी देते हुए बताया कि विद्या भारती शिक्षा संस्थान बारां के जिला सचिव राजेंद्र कुमार शर्मा ने देव चित्रों के समक्ष दीप प्रज्वलित कर स्वर्ण प्राशन संस्कार के महत्व तथा बालक पर होने वाले सकारात्मक प्रभावों की जानकारी देते हुए कहा कि बालक राष्ट्र का भविष्य है और स्वस्थ बालक ही समृद्ध राष्ट्र का निर्माण करता है । बालक का स्वस्थ और संस्कार युक्त वातावरण बाल विकास में सहायक है। यह दवा बालकों में शारीरिक मानसिक विकास के साथ-साथ बौद्धिक विकास में भी चमत्कारिक रूप से सहायक है। इसके सेवन से बालक मेधा युक्त बनता है और छह माह तक सेवन से श्रृतधर अर्थात सुना हुआ सब याद रखने वाला बनता है।यह प्राचीन भारतीय आयुर्वेद शास्त्रों में वर्णित दिव्य औषधि ब्राह्मी, शंखपुष्पी, वचा, यष्टिमधु जैसे चमत्कारिक औषधियों को गौघृत से सिद्ध कर शहद व स्वर्ण भस्म मिलाकर पुष्य नक्षत्र में वैदिक मंत्रोचार द्वारा दिव्य वातावरण में निर्मित किया जाता है। कार्यक्रम में 40 शिशु भैया- बहिनों को बाल स्वर्ण बूंद पिलाकर स्वर्ण प्राशन संस्कार करवाया गया।अगले चरण में 25 फरवरी 2021 को विद्यालय में बाल चिकित्सा परामर्श शिविर लगाकर बालकों को अधिक से अधिक लाभान्वित करने का लक्ष्य लिया गया।इस दौरान सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करने के लिए विद्यालय में आने वाले सभी अभिभावकों का प्रधानाचार्य द्वारा आभार व्यक्त किया गया।

रिपोर्टर कुलदीप सिंह सिरोहीया बारां छीपाबड़ौद