उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) चित्रकूट।08 फरवरी को सैकड़ो की तादात में सरहट गांव की सैकड़ो महिलाएं ने उपजिलाधिकारी मानिकपुर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। सुबह करीब 11 बजे सरहट गांव से सैकड़ो महिलाएं तहसील के लिए पंक्तिबद्ध होकर बाजार होते हुए तहसील पहुँची। प्रदर्शन में आदिवासियों की नेता बूटी बाई ने उपजिलाधिकारी पर आरोप लगाते हुए कहा कि हमारी पट्टे की जमीन में बाजार के व्यापारी व भू-माफिया सुरेश केशरवानी को कब्जे करवाने का काम कर रहे हैं जबकि झरि मजरे की 161 मि० की जमीन सीलिंग एक्ट में दिनेश पुत्र राम पाल, बाराती पुत्र कोदू, भोंडी पत्नी स्व. लालमन, बैसाखिया पत्नी स्व.चुकानी व भोंडी पत्नी स्व. सुंदर के नाम 1995 मे ग्राम पंचायत में पट्टा किया गया था। जिसको 5 फरवरी को उपजिलाधिकारी मानिकपुर ने बिना नक्सा तरमीम किये हुए सुरेश केसरवानी को कब्जा करा दिया गया। नियमो को ताक पर रखकर, पैसे का लेनदेन करके हम आदिवासियों के साथ अन्याय किया जा रहा है। माया ने बताया कि उपजिलाधिकारी संगमलाल राजनेताओं के दबाव में कोलो के साथ अन्याय कर रहा है जो बर्दास्त नहीं किया जाएगा। विमला ने बताया कि कोलो की बस्ती के बगल से नगर पंचायत मानिकपुर द्वारा कचरा घर बनाया जा रहा है जिससे भविष्य में कैंसर व सांस से संबंधित बीमारियां फैलेंगी जिससे आने वाली पीढ़ी बीमार होगी इस लिए वह कचरा घर बस्ती से कंही दूर बनाया जाय। सम्पतिया ने बताया कि आज कुछ नेताओं व भ्रष्ट अधिकारियों के चलते आदिवासी समाज का भाजपा सरकार से विश्वास उठता जा रहा है। महिलाओं ने चेतावनी दी कि यदि हमारी जमीन पर यदि किसी भू माफिया का कब्जा कराया जाएगा तो यह आंदोलन आगे भी जारी रहेगा साथ भूख हड़ताल करनी पड़ी तो वह भी हम करेंगे जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी प्रशाशन की होगी। उस प्रदर्शन में राजकुमारी, बिटनीया, मिन्ता, भोंडी , समोखा, फगुनिया,रानी, चमेलिया आदि लोग शामिल रही।।
*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव
*जनपद* चित्रकूट
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