अन्तर्जनपदीय गिरोह के तीन सातिर चोरो को किया गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश(दैनिक कर्मभूमि) चित्रकूट-पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल के निर्देशन में अपराध पर अंकुश लगाने हेतु अपराधियों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान में अनिल कुमार सिंह प्रभारी निरीक्षक थाना कोतवाली कर्वी के मार्गदर्शन में निरीक्षक सुरेश कुमार तथा उनकी टीम द्वारा चोरी करने वाले अन्तर्जनपदीय गिरोह के 03 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया ।
उल्लेखनीय है कि निरीक्षक सुरेश कुमार थाना कोतवाली कर्वी तथा उनकी टीम द्वारा मुखविर की सूचना पर चोरी की योजना बना रहे 03 अभियुक्तों को 01 अदद मोटरसाइकिल सुपर स्पलेण्डर नं0 यूपी0 96 जे 1115 के साथ गिरफ्तार किया गया । अभियुक्तों का नाम पता पूछा गया तो पहले अपना नाम रिंकू बरवार पुत्र संजय बरवार निवासी माथेपुर छोटी खरहरी थाना बजीरगंज जनपद गोण्डा दूसरे ने अपना नाम फौजदार पुत्र स्व0 संपत बरवार निवासी दुल्हापुर थाना धानेपुर जनपद गोण्डा तीसरे ने अपना नाम रामविलास पुत्र प्रहलाद निवासी रमगढ़वा दुल्हापुर थाना धानेपुर जनपद गोण्डा बताया । अभियुक्तों की जामातलाशी ली गयी तो उनके कब्जे से चोरी के 44300/-रुपये एवं चोरी करने के उपकरण (03 अदद लोहे की सुम्मी 03 अदद विभिन्न प्रकार की चाभियों के गुच्छे इत्यादि बरामद हुये । उक्त बरामदगी के सम्बन्ध मे थाना कोतवाली कर्वी में मु0अ0सं0 929/19 धारा 401/420/467/468/471 भादवि0 पंजीकृत किया गया । अभियुक्तों के कड़ाई से पूंछताछ की गयी तो अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि दिनाँक 02.12.2019 को बैंक ऑफ बड़ौदा से एक व्यक्ति द्वारा 260000/- रुपये निकाले थे जिन्हे हम लोगों ने चुरा लिया था, दिनाँक 25.11.2019 को सीतापुर में SBI बैंक से अपनी पत्नी व पुत्री के साथ आ रहा था उससे हम लोगों ने 6000/- रुपये छीन लिये थे, दिनांक 29.08.2019 को कस्बा पहाड़ी में इलाहाबाद बैंक के पास एक गाड़ी की डिग्गी को तोड़कर 100000/- रुपये निकाले थे, चकरेही चौराहे से एक गाड़ी की डिग्गी तोड़कर 100000/- रुपये व जेवरात व कौशल विकास केन्द्र के पास से एक स्कूटर की डिग्गी से 60000/- निकाले थे तथा दिनाँक 23.12.2019 को जनपद बांदा के अतर्रा कस्बे से एक चार पहिया वाहन पैसे चोरी किये थे । गिरफ्तारशुदा अभियुक्तों द्वारा यह भी बताया गया कि हमारे साथ हमारे जनपद के 14 साथी और भी थे जो भाग गये है हम सब लोग कमरा किराये से लेकर रह रहे थे और मकान मालिक एवं आस पास के लोगों से कपड़ा बिक्री करने का कार्य करना बताये थे जबकि हमारा मुख्य कार्य बैंक के आस पास, बाजारों में गाडियों की डिग्गी को तोड़कर या खोलकर पैसा या जेवरात चुराते थे ।

*रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव
*जनपद* चित्रकूट