कोरोना से बचाव कैसे करें ?आम जन जागरण हेतु रासेयो के सेवार्थीयों की जन-जागरूकता संगोष्ठी सम्पन्न।

राजस्थान राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) बारां छीपाबडौद:हरनावदाशाहजी के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना प्लस टू इकाई के कार्यक्रम अधिकारी शंकर लाल नागर ने वर्क फ्रॉम होम के तहत गुरुवार को ऑनलाइन जूम एप पर पृथ्वी दिवस पर कोरोना जन जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन कर पृथ्वी दिवस मनाया।कार्यक्रम अधिकारी नागर ने तारादेवी गोशाला बारई के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ समाज सेवी खांखरा निवासी रामदयाल धाकड़ को ऑनलाइन वार्ता में आमंत्रित किया गया तथा अलख निरंजन ज्योति ध्यान योग केंद्र,अमीरपुर खेड़ी के संरक्षक सेवानन्द पुरी महाराज ओर छबड़ा से राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी बाबू लाल सुमन तथा हरनावदा शाहजी के पूर्व कार्यक्रम अधिकारी आत्माराम रैगर को भी ऑनलाइन आमंत्रित कर पृथ्वी दिवस पर संवाद हेतु ऑनलाइन लिंक भेज आमंत्रित किया गया।कार्यक्रम अधिकारी नागर के अनुसार इस समय धरती,पृथ्वी पर कोरोना नाम का अजनवी वाइरस घूम रहा है जो लोगों के शरीर में मुंह,नाक,हाथों के माध्यम से एक दूसरे के स्पर्श से पहुंच कभी भी किसी की श्वास रोक सकता है इसीलिए सरकार ने पृथ्वी दिवस 2021 के लिए थीम रखी गयी है- *”हमारी पृथ्वी को पुनर्स्थापित करें।”* वक्ताओं ने कहा आप ओर हम सब धरती से सब कुछ अपने रोटी,कपड़ा और मकान के लिए संसाधन ले रहे है इसके साथ उधोगो के लिए पृथ्वी के गर्भ से कच्चा,पक्का माल दोहन कर रहे है लेकिन धरती की क्षतिपूर्ति के लिए कुछ भी दे नही रहें बल्कि अब किसान भी आर्थिक सम्बलन हेतु पृथ्वी का दोहन कर धरती में रासायनिक खादों,कीटनाशकों ओर कैमिकलों के प्रयोग से बिना मौषम फसलें पका उपज बड़ा अन्न बना रहे है जिसके उपभोग से अब स्वयं के साथ दूसरे उपभोग कर्ता भी बीमार हो रहे है।वर्तमान में खेतों से फसल घर आ रही है और किसान फसलों के अवशेषों को खरपतवार समझ अग्नि लगा खेतों की उपजाऊ मिट्टी को जला रहा है और पर्यावरण में अग्नि धहका कर गर्मी बड़ा रहा है। आओ धरती पुत्रों धरती को कुछ दो पेड़ लगाओ,पेड़ को कटने से बचाओ जीव,जंतु ओर प्राणियों के लिए ऑक्सीजन बनाओ उनको अन्न,जल,दाना-पानी दो,आज जंगल खत्म हो रहे है कोरोना में ऑक्सीजन खत्म हो रही है पेड़ लगाओ भविष्य में ऑक्सीजन बनाओ ओर मानवीय जीवन बचाओ।नागर ने बताया कि बढ़ते ग्लोबल वार्मिंग के खतरे को भांप विश्व मे पृथ्वी दिवस पहली बार 22 अप्रैल 1970 को मनाया गया था इसकी स्थापना अमिरिकी सीनेटर जेराल्ड नेल्सन ने 1970 में एक पर्यावरण शिक्षा के रूप में शुरुआत की थी संगोष्ठी के मुख्य वक्ता रामदयाल धाकड़ ने कहा कि,पृथ्वी दिवस का महत्व इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस दिन हमें ग्लोबल वार्मिंग के बारे में पर्यावरणविदों के माध्यम से पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव का पता चला था।सेवानन्द पुरी महाराज ने कहा कि आज पृथ्वी पर मानवीय स्वार्थो के कारण वातावरण में प्रदूषण बढ़ रहा है ओजोन परत के क्षरण ओर नुकशान से धरती का ताप बढ़ रहा है।कार्बनडाईऑक्साइड गैसों के बढ़ते प्रभाव और घटते ऑक्सीजन के स्तर से धरती पर पड़ रहे दुष्प्रभाव से मानव जीवन खतरे में है साथ ही इस ग्लोब लाइजेशन खतरे के साथ पूरा विश्व कोरोना वाइरस की महामारी की चपेट में है जिसके प्रभाव से सरकारें आर्थिक कर्जे में आ गयी है रोजगार के अवसर छूटने से लोगों के सामने भी आर्थिक परेशानियों का सैलाब उमड़ रहा है जिससे शारीरिक मानसिक स्वास्थ्य पर पड़े दुष्प्रभाव से मानसिक तनाव सामाजिक बन्धनों में मान मर्यादाओं के भंग होनें से लोग भयग्रस्त है।सरकती सरकारें एक दूसरे पर ब्यानबाजी कर सहयोग की जगह वियोग पर उतर आई है लोकतंत्र अमीरों की दासी बन कर रह गया है गरीब को रोटी,कपड़ा और मकान की जगह सरकारी डण्डे मिल रहे है।आज दिन के उजाले में सामाजिक आर्थिक लुटेरों के द्वारा लोगों को महंगे दाम वस्तुओं के बेचे जाने से आम और काश को लूटते देखा जा सकता है कोई किसी की नही सुन रहा हर एक कि जुबान कोरोना से बंद है।कोरोना में सुबह मरीज भर्ती होता है अगली सुबह लाश बन बोरे में लिपटा शमशान जा पहुंचता है।सरकारी कानून ऐसे की परिजन को कोरोना मरीज का चेहरा तक नही दिखाते पता नही पॉलीथिन में लिपटी शारीरिक काया उसकी या किसके परिजन की है या नही है किसी को पता नही चलता सब कुछ राम के देश मे रामभरोसे है।वक्ता राम दयाल धाकड़ ने कहा जिम्मेदार कौन? हम या वो या सरकार किसी को कुछ पता नही। कोरोना को हराना है तो दोस्तों कोरोना में जीवित चिकित्सालय जानें से अच्छा है घर पर मास्क लगाओ,सामाजिक दूरी बनाओ हाथों को साफ रखों ओर जरूरत मन्दों का सहारा बनों।जीओ ओर जीनें दो साथ ही निरीही जीवों ओर प्राणी मात्र पर दया करो गौ पालन करो और स्वयं के माता पिता,गुरुओं का आदर करो घर को पवित्र रखों खान-पान शुद्ध रखों इम्युनिटी बढ़ाओ।रोज नई पीढ़ी के नव निर्माण के लिए जप,तप योग ध्यान,साधना और पवित्रता के लिए सत्संग करो जिससे स्वयं का कल्याण तो होगा ही दूसरों के ज्ञान उदय से परोपकारी जीवन बनेगा।संगोष्ठी में श्री लाल पटेल,ओम प्रकाश पटेल,श्री किशन पटेल,रामरतन ओझा,दीपक धाकड़,चतुर्भुज धाकड़,रामस्वरूप आदि ने भाग लिया।कार्यक्रम अधिकारी नागर ने सबका आभार जता सेवार्थीयों से कहा कि 6 जून तक विद्यालय बन्द है कक्षा 10 ओर 12 के विद्यार्थी अपना ऑनलाइन विधि से अध्ययन जारी रखें।अध्ययन में कोई समस्या हो तो अपने कक्षा के विषय अध्यापक से सम्पर्क कर समाधान कर लेवे शादी समारोह की भीड़ से दूर रहें,मास्क लगाकर ही बाहर निकले वापस कर आकर हाथों को साबुन से धोवें।पौष्टिक आहार लेवें ओर तनाव मुक्त रहें।जल्दी सोवें,जल्दी उठे नियमित व्यायाम भी अवश्य करें।पँछी परिडे लगावें,दाना-पानी डालें,गली मोहल्ले के श्वानों को भी रोटी डालें,चींटी चुग्गा डालें और हमेशा प्रशन्न रहें आप सब निरोगी ओर स्वस्थ रहें।

 

रिपोर्टर कुलदीप सिंह सिरोहीया बारां छीपाबड़ौद