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राष्ट्रीय दैनिक कर्मभूमि अम्बेडकर नगर
अम्बेडकरनगर।उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के तत्वावधान में संचालित होने वाली बोर्ड परीक्षाओं के होने और न होने की स्थिति तथा विद्यालयों में लटकते ताले निकट भविष्य में न खुलने के आसार जहां शिक्षा व्यवस्था की जड़ों में मट्ठा डालने का काम कर रहे हैं वहीं सरकार और परिषद द्वारा नित नए औरकि अलग-अलग आदेश निर्गत किया जाना ऊहापोह को और भी बल प्रदान कर रहा है,जोकि घातक है।ये उद्गार माध्यमिक शिक्षक संघ ,अम्बेडकर नगर के जिलाध्यक्ष उदयराज मिश्र ने आज व्यक्त किया।
ध्यातव्य है कि पहले दसवीं की बोर्ड परीक्षाओं और अब बारहवीं की परीक्षाओं को लेकर जो भ्रम की स्थिति बनती जा रही है,उससे जहाँ शिक्षक हकलान हैं तो विद्यार्थियों में भ्रम की स्थिति मानसिक अवसाद का कारण बनती जा रही है।गौरतलब है कि 22 मई को परिषद सचिव दिव्यकान्त शुक्ल द्वारा बारहवीं के विद्यार्थियों के उनकी कक्षा 11 व बारहवीं की प्रिबोर्ड परीक्षाओं के प्राप्तांक 28 मई तक अनिवार्यतः परिषद की वेब साइड पर अपलोड करने के सख्त फरमान जारी किए गए हैं,जोकि साफ-साफ इंगित करता है कि अब बारहवीं के विद्यार्थियों को कक्षोन्नत करने की पूरी तैयारी है जबकि माध्यमिक शिक्षामंत्री द्वारा यह बयान जारी किया जाता है कि अभी परीक्षाएं रद्द नहीं की गई हैं,औरकि निकट भविष्य में करायी जायेंगीं।श्री मिश्र ने शीर्ष स्तर पर बैठे अधिकारियों और जिम्मेदार हुक्मरानों की इस कार्यप्रणाली को संवादहीनता और तारतम्यता की कमी करार दिये हैं।
मजेदार तथ्य तो यह है कि परिषद सचिव दिव्यकान्त शुक्ल के पत्र ने अनेक नामचीन प्राइवेट विद्यालयों को प्रिबोर्ड परीक्षाओं के नाम पर आपदा में कमाई का खूब बढ़िया अवसर जरूर दे दिया है।जिससे अनेक स्कूल 500 रुपये प्रति विषय से लेकर 5000 रुपये तक कि ठेकेदारी बढ़िया अंकों के नामपर कर रहे हैं।
गौरतलब है कि उक्त शिक्षक नेता ने आज दिन में ही ऐसी स्थिति की निंदा करते हुए शिक्षा विभाग और पुलिस तथा प्रशासन से जांचकर कार्यवाही किये जाने की सार्वजनिक तौर पर मांग भी की है।
रिपोर्ट-अरविंद कुमार राष्ट्रीय दैनिक कर्मभूमि टाण्डा अम्बेडकर नगर
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