उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) चित्रकूट। जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में कोरोना की संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर अति कुपोषित सैम बच्चों के प्रबंधन को लेकर एक बैठक का आयोजन किया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि जैसे ही कोरोना की तीसरी लहर शुरू होने वाली है सैम बच्चों को बचाने के लिएआशा आंगनबाड़ी कार्यकर्ती सहित स्वास्थ्य विभाग और बाल विकास परियोजना अधिकारी कर्मचारी जुट जाएं, कहा कि संक्रमण से बचाव के लिए लोगों को टीकाकरण कराने और कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए जागरूक किया जाए। कहां की कोरोना संक्रमण की पहली और दूसरी लहर में 18 से 44 साल, 45 साल से ऊपर के लोग सर्वाधिक प्रभावित हुए हैं इसके संभावित तीसरी लहर से सबसे ज्यादा बच्चों के प्रभावित होने की आशंका विशेषज्ञ बता रहे हैं, कोरोना की संभावित तीसरी लहर से सैम बच्चों को बचाने के लिए सभी को मिलकर काम करना है इसकी जानकारी के लिए प्रशिक्षण भी दिए जा रहे हैं। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो शासन से निर्देश दिए गए हैं उसी के अनुसार कोविड-19 के प्रोटोकाल का पालन करते हुए व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराएं। सैम बच्चों के लिए एमाक्सीसिलिन टेबलेट या सिरफ सहित पूरी मेडिसिन उनके अभिभावकों को आशा, आंगनबाड़ी कार्यकत्री के माध्यम से प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों के सहयोग से वितरण कराना सुनिश्चित करें, इसके साथ ही दवाओं के लाभ उपयोग के बारे में भी अभिभावकों को पूरी जानकारी दी जाए मेडिसिन किट वितरण के बाद ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस के दौरान ए एन एम द्वारा स्वास्थ्य के बारे में तथा खान-पान दवा के सेवन की जानकारी की जाएगी तथा समय-समय पर बाल विकास परियोजना अधिकारी तथा प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों द्वारा बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर रेंडम चेकिंग भी की जाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग तथा बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो शासन द्वारा निर्देश जारी किए गए हैं उसी के अनुसार कार्यवाही सुनिश्चित कराएं इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
बैठक में अपर जिलाधिकारी जी पी सिंह, सहित स्वास्थ्य विभाग एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी कर्मचारी एवं पीरामल संस्था के लोग मौजूद रहे।
*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव
*जनपद* चित्रकूट
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