किसान परेशान तीन दर्जन टुबेल खराब हैअधिकारी मस्त

उत्तर प्रदेश (दैनिक कर्मभूमि) जौनपुर केराकत

आधुनिक संसाधनों के बहाने किसानों को प्रोत्साहित कर उनका विश्वास जीतने और समर्थन बटोरने का दावा करने वाली मौजूदा सरकार के एक ही तहसील में लगभग तीन दर्जन सरकारी नलकूपों का खराब होना सरकार के खोखले पन का प्रत्यक्ष प्रमाण है। जो नसिर्फ चिन्ता का बड़ा विषय है बल्कि सरकार के प्रति किसानों के गम और गुस्सा का कारण भी है।

दमदार बयानबाजी के सहारे भोले-भाले किसानों को बहकाने वाली सरकार की विभागीय शासन व्यवस्था भी टरकाऊ और बहकाऊ तर्ज पर काम कर रही है मरम्मत के अभाव में महीनों से डेड बड़े ट्यूबवेल सन्बन्धित अधिकारीयों व कर्मचारीयों की लापरवाही के उदाहरण हैं।
दर्जनों गांँव के किसान बन्धुओं की उक्त नाराजगी को अपने शब्दों में बयान करते हुए नरौली गांँव के सम्मानित किसान एवं वरिष्ठ पत्रकार दीपनारायण सिंह ने अधिशासी अभियन्ता के खिलाफ रोष व्यक्त किये।
कहीं बिजली तो कहीं यान्त्रिक खराबी के चलते कि उक्त तहसील के लगभग तीन दर्जन खराब ट्यूबवेल की स्थिति ग्राम व अंकित क्रमांक को क्रमशः दर्शाते हुए श्री सिंह ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत है कि, शिकायत सम्बन्धी दूरभाष पर काल करने पर सिर्फ रिंग होती है फोन कभी नहीं उठता। अधिशासी अभियन्ता क्षेत्र में खोजने से भी नहीं मिलते है ग्रामीण आखिर अपनी शिकायत किससे और कहांँ दर्ज कराएं।
सिंचाई के अभाव में अपनी फसलों को लेकर चिंतित किसानों ने समाचार पत्र के माध्यम से डेड पड़े हुए सरकारी नलकूपों की शिकायत को विभाग के उच्चाधिकारियों के संज्ञान में डालने का प्रयास किया है जो जनहित हेतु नितान्त आवश्यक है।
बिगड़े हुए नलकूपों और स्थान व स्थिति निम्न प्रकार हैं —–
केराकत तहसील अंतर्गत खराब ट्यूबवेल व ग्राम तथा क्रमांक इस प्रकार हैं।
नदौली 165, अकबरपुर 107, अमिहित 190, भीतरी 186, शहाबुद्दीनपुर 199, तरियारी 09, गोबरा 184, सरौनी 125, नाऊपुर 180, नरहन 13, अव्वार 139, बांसबारी 109, मजगवाँ 62, मजगवाँ ( द्धितीय ) 147, हरिपुर 157, रसतगिया 101, बडे़हरी 153, अव्वार 139, बेलाँव 37, नाऊपुर 187, चाँदपुर 88, कसली 19, बलुआ विजयीपुर 120, छतरीडीह 145, रेहटी 27, भडे़हरी 156 आदि ट्यूबवेल महीनों से खराब पड़े हैं इसके अलावा भी कई ऐसे नलकूप हैं जो विभागीय उपेक्षा के चलते अनदेखी और लापरवाही के शिकार हैं।
उपरोक्त प्रकरण में ग्रामीणों ने विभाग के उच्च अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए तत्काल मरम्मत कराने की माँग की है।

 

रिपोर्ट ‌अभिषेक शुक्ला जौनपुर