बसपा की हाथी छोड़ साइकिल पर सवार हो सकते हैं शैलेन्द्र साहू

उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) जौनपुर। नगर पालिका परिषद मुंगरा बादशाहपुर के निकाय चुनाव में अध्यक्ष पद पर रनर रहे बसपा प्रत्याशी शैलेन्द्र साहू ने आज अपने फेसबुक वाल पर साईकिल पर सवार की पोस्ट डाली और लिखा कि शान की सवारी, साईकिल हमारी।पोस्ट पडते ही एक बार फिर से सपा में जाने की चर्चा हो रही है। चर्चा यहां तक है कि वो दीपावली के आसपास ही साइकिल पर सवार हो जाएंगे। हालांकि शैलेन्द्र साहू ने कहा कि मै बसपा मे ही हूं पर बेहताशा बढ रहे महगाई मे साईकिल ही शान की सवारी है। पूर्व में भी कई बार ऐसी चर्चा हो चुकी है कि शैलेन्द्र साहू बसपा की हाथी छोड़कर साइकिल पर सवार हो सकते हैं। यह चर्चा अक्टूबर 2020 से शुरू हुई जब मुंगरा बादशाहपुर की विधायक श्रीमती सुषमा पटेल उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की थी कि वो समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर रही है तभी से यह कयास लगाये जाने लगे कि शैलेन्द्र साहू भी विधायक सुषमा पटेल के साथ सपा मे जा सकते है।यदि ऐसा हुआ तो नगर मुंगरा बादशाहपुर के राजनीतिक समीकरण मे बडा बदलाव होगा। साथ ही साथ आसपास के ग्रामीण क्षेत्रो मे भी इसका असर देखने को मिल सकता है कारण कि शैलेन्द्र साहू स्वतंत्रता संग्राम अमर शहीद प्रयागराम साहू के प्रपौत्र है व साहू समाज के वर्तमान मे महामंत्री है तथा एक ईमानदार, निडर, सौम्य, मिलनसार कुशल वक्ता, संघर्षशील, व साफ सुधरी स्वच्छ छवि के नेता कम समाजसेवी ज्यादा है।कोरोना काल के दूसरी लहर मे अजीत प्रताप सिंह की देवदूत वानर सेना से जुड़कर बहुतो की लगातार मदद कर कर रहे है।अब तक नगर में एकलौते विपक्ष की भूमिका निभा रहे है वे अपने बेबाकी अंदाज के लिए जाने जाते है।शैलेन्द्र साहू के व्यक्तित्व में शिष्टाचार और सर्वसमावेशिता कूट-कूट कर भरा है।सम्मान देने में चूकते नहीं वह विरोधी विचारधारा का भी सम्मान करते हैं बड़े बुजुर्गों के प्रति सदा आदर भाव रखते है सामाजिक सरोकारों में वह बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते हैं।लोगों के दुःख सुख मे बराबर शामिल होते रहे हैं।लोगों का मानना है कि शैलेंद्र साहू में दिवंगत राजनारायण जी का अक्स दिखता है।

एडिटर अभिषेक शुक्ला जौनपुर