शिक्षक-शिक्षिकाएं अब स्कूली छात्राओं को पढ़ाई के साथ आत्मरक्षा के लिए मार्शल आर्ट ओर कराटे भी सिखाएंगे

राजस्थान राष्ट्रीय(दैनिक कर्मभूमि) छीपाबड़ौद उपखंड एवं तहसील मुख्यालय स्थित कस्बा क्षेत्र से नजदीक ग्राम पंचायत ढौलम के वार्ड नं 5 हरनावदी जागीर स्थित त्रिवेणी धाम विकास समिति समेल पर 6 दिन तक चले आत्मरक्षा प्रशिक्षण में ब्लॉक के लगभग 102 शिक्षकों ने लिया भाग समापन होगा आज।छीपाबडौद मुख्य ब्लाक शिक्षा अधिकारी समग्र शिक्षा के संरक्षण में कस्बे सहित ग्रामीण क्षेत्र से स्कूली छात्राओं को आत्मरक्षा के लिए मार्शल आर्ट,कराटे ओर उत्तम स्वास्थ्य के लिए योगादि का प्रशिक्षण पिछले 5 दिनों से चला आ रहा था।मीडिया प्रभारी शंकर लाल नागर के अनुसार गुरुवार को समपन्न पांचवे दिवस के कार्यक्रम में दक्ष प्रशिक्षक लीला मेहरा संगीता गौतम,सुमन शर्मा करिश्मा गौतम आदि ने मार्शल आर्ट,कराटे के साथ आउट डोर गतिविधियों में ब्लॉक,पंच के तरीके इंडोर गतिविधियों में 10 से 15 वर्ष की आयु की बालिकाओं की शारीरिक,मनोवैज्ञानिक एवं सामाजिक संवेदनाओं को पता लगाना आदि के बारे में जानकारी दी गयीं,संभागी अब्दुल वहीद मनोहर सुमन के द्वारा चौथे दिन की दिनभर की गतिविधियों के बारे में बताया गया।सेवानिवृत प्रधानाचार्य योगगुरु जगदीश चन्द्र शर्मा ओर व्याख्याता शंकर लाल नागर ने शिविरार्थीयों को मानसिक और शारीरिक रोगों के बचाव के लिए सहज योग की जानकारी देकर बिना दवा यौगिक क्रियाओं से रोगों को कैसे दूर करे पर चर्चा की गयीं।प्रभारी सूर्यप्रकाश ओर हेमन्त शर्मा ने कहा कि ग्रामीण,शहर ओर कस्बाई क्षेत्रों में अधिकांश छात्राओं को एक गांव से दूसरे गांव ओर कस्बे से शहर के स्कूल में पढ़ाई के लिए जाना पड़ता है।ऐसे में बीच रास्ते उनके साथ कोई मनचला या असामाजिक तत्व गलत हरकत करें तो छात्राएं मार्शल आर्ट,कराटे आदि से उसका मुकाबला कर सकेंगी।आपने जो शिविर प्रशिक्षण में सीखा जैसे पंच,किक,ब्लॉक,बैक रोज,लाठी से वार करना तथा चाकू के वार से बचने आदि की विधाओं से स्कूल में बालिकाओं को आप लाभान्वित करेंगे तो बालिकाओं को सम्बलन मिलेगा और कोई बालिका डर कर पढ़ाई नही छोड़ पायेगी।शिविर में 93 सँभागी प्रशिक्षण ले रहे है ओर 10 अन्य सहयोगियों का दल सम्पूर्ण व्यवस्थाओ में सहयोग कर रहा है छ: दिवसीय शिविर का आज शुक्रवार को होगा समापन।पांचवें दिवस के समापन पर जगदीश प्रसाद कुशवाह ने सभी सत्रो में सहभागिता के लिए सबका आभार जताया।

*संवाददाता कुलदीप सिंह सिरोहीया बारां छीपाबड़ौद*