जिलाधिकारी की अध्यक्षता में राष्ट्रीय फाईलेरिया कार्यक्रम की जिला समन्वय समिति की बैठक हुई संपन्न

उत्तर प्रदेश(दैनिक कर्मभूमि) चित्रकूट-जिलाधिकारी शेषमणि पाण्डेय के अध्यक्षता में राष्ट्रीय फाइलेरिया कार्यक्रम की जिला समन्वय समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई।जिलाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिए कि गांववार माइक्रो प्लान के अनुसार दवा खिलाने की तैयारी करलें कोई भी घर छूटना नहीं चाहिए। जो टीमें लगाई गई है वह प्रतिदिन की फोटोग्राफ ग्रुप में डालें डोर टू डोर जाकर दवाओं को खिलाएं। उनका आप लोग निरीक्षण करें। अगर कोई टीम लापरवाही करे तो उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए उस दिन का मानदेय काटा जाए । उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए अपने अपने स्तर से ग्रामों में अधिक से अधिक प्रचार प्रसार कराए ताकि लोगों को दवाई खिलाई जा सके। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 विनोद कुमार को निर्देश दिए कि कल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शिवरामपुर में जिस महिला की मृत्यु हुई है उसकी जांच टीम गठित करके कराएं अगर उसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही पाई जाए तो संबंधित चिकित्सक व कर्मचारी के खिलाफ सख्त कार्यवाही करें । उन्होंने प्रभारी चिकित्साधिकारियों से कहा कि आप लोग सूनिश्चित करें ताकि कहीं पर किसी जच्चा बच्चा की मृत्यु नहीं होना चाहिए। अगर ऐसी लापरवाही पाई गई तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण कार्यक्रम है इसमें शासन से लगातार निर्देश दिए जाते हैं कि हर स्तर पर गांव गांव तक प्रत्येक व्यक्ति को फाइलेरिया की दवा को खिलाया जाना है। उन्होंने कहा कि सभी लोग इसमें कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करके संपन्न कराएं। उन्होंने कहा कि जो अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी नोडल है वह अपने अपने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर जाकर व्यवस्थाओं को देखें कहीं पर कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए प्रत्येक दशा में गांव स्तर पर यह कार्यक्रम एक अभियान बनाकर चलाया जाए।मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 विनोद कुमार ने बताया कि यह अभियान 17 फरवरी 2020 से 29 फरवरी 2020 तक चलाया जाएगा जिसमें 829 टीम गठित की गई है 137 सुपरवाइजर 1658 दवा खिलाने की टीम लगाई गई है जो सोमवार, मंगलवार, बृहस्पतिवार, शुक्रवार तथा शनिवार को घर-घर जाकर लोगों को दवा खिलाएंगे और बुधवार तथा रविवार को छूटे हुए लोगों को दवा खिलाएंगे। उन्होंने प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों से कहा कि वह अपने अपने क्षेत्र में भ्रमण करके सभी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित कर लें।कार्यक्रम के नोडल अधिकारी उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 बी0के0 सिन्हा ने बताया कि इस अभियान की सफलता के लिए सुपरवाइजर, ए.एन.एम, आशा और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करके लगाया गया है। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया एक परजीवी जनित बीमारी है जो किंग लक्स मच्छर के काटने से फैलता है इसका परजीबी रक्त में लसीका तंत्र को प्रभावित करता है लसीका की नलिका में परजीवी की संख्या अधिक हो जाने से नलिकाएं अवरूद्ध हो जाती है इसके कारण शरीर के किसी भी अंग में सूजन आने लगती है इसी शोधन को फैलेरिया कहते हैं ऐसी स्थिति में व्यक्ति को अपनी दिनचर्या को सही तरीके से निर्वहन करने में कठिनाई होती है । उन्होंने कहा कि पेट के कीड़े मारने वाली एल्बेंडाजोल की एक टेबलेट लक्षित समूह को खिलाई जाएगी इसके साथ डीसी की गोलियां उम्र के हिसाब से खिलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि 2 वर्ष से 5 वर्ष के लिए एक भी गोली 6 वर्ष से 14 वर्ष तक की आयु वाले बच्चों को दो डीसी गोली और 15 से ऊपर सभी लोगों को डीसी की तीन गोलियां खिलाई जाएगी । यह कार्यक्रम प्रातः 11.00 बजे से सांयकाल 05.00 बजे तक चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसको गर्भवती महिलाओं तथा 0 से 2 वर्ष के छोटे बच्चों को तथा गंभीर रोगियों को यह गोली नहीं खिलाई जाएगी।बैठक में जिला पंचायत राज अधिकारी राजबहादुर, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रकाश सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद कर्वी नरेंद्र मोहन मिश्र, सहायक पर्यटन अधिकारी शक्ति सिंह सहित प्रमुख चिकित्सा अधिकारी, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी तथा व्यापार मंडल के पंकज अग्रवाल सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव चित्रकूट