*निराश्रित गौवंष संरक्षण में बर्दास्त नहीं लापरवाही – डीएम*

चित्रकूट: जिलाधिकारी अभिषेक आनन्द की अध्यक्षता में निराश्रित गोवंश के संरक्षण व भरण पोषण की समीक्षा बैठक बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में हुई।
जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी कर्वी तथा अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद कर्वी को निर्देश दिए कि जिला मुख्यालय के आसपास जो अन्ना गोवंश सड़कों पर घूम रहे हैं, उन्हें तत्काल संरक्षित कराएं तथा संरक्षित कराकर ज्वांइंट रिपोर्ट प्रस्तुत करें। संबंधित पशु चिकित्सा अधिकारियों से कहा कि अगर सड़क पर कोई भी गोवंश की मृत्यु हुई तो आप लोग जिम्मेदार होंगे। सभी पशु चिकित्सा अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि प्रत्येक गौशाला में बधियाकरण का कार्य शत-प्रतिशत हो जाए और सभी अन्ना गोवंश की टैगिंग भी हो जाए। खंड विकास अधिकारियों से कहा कि जिन गौशाला में गोवंश अधिक हैं वहां पर ग्राम पंचायत के माध्यम से शेड आदि का निर्माण कराकर क्षमता बढ़ाई जाए तथा जिन गौशाला पर क्षमता के अनुरूप अभी तक गोवंश संरक्षित नहीं है, उन्हें संरक्षित करें। किसी भी दशा में सड़क पर गोवंश नहीं घूमना चाहिए। डीसी मनरेगा धर्मजीत सिंह से कहा कि जहां पर चारागाह की जमीन चिन्हित की गई है, वहां पर मनरेगा के माध्यम से ग्राम पंचायतों से कार्य कराए जाएं तथा जो सुरक्षा का मॉडल बनाया गया है, उसे सभी खंड विकास अधिकारियों को उपलब्ध करा दें। कहा कि जो ’ग्राम प्रधान गौशाला संचालन में सहयोग न करें तो उनके ग्राम निधि में रोक लगाई जाए’। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी से कहा कि गौशाला सत्यापन के फोटोग्राफ्स नोडल अधिकारियों से अवश्य लिया जाए कि क्या कमियां हैं, जिन गांव में गौशाला का निर्माण हो रहा है, उसे तत्काल पूर्ण करें। ’खंड विकास अधिकारी रामनगर से कहा कि आप की कार्यप्रणाली ठीक नहीं है यह अत्यंत खेद जनक है अपने कार्यों में सुधार लाएं नहीं तो आप लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिन गांव में जगह चिन्हित नहीं हुई थी और पत्रावली लंबित है तो संबंधित उप जिलाधिकारी से संपर्क कर निस्तारण कराएं।
मुख्य विकास अधिकारी अमित आसेरी ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी से कहा कि शासन से निर्देश हुआ है कि जिन गांवों पर गौशाला नहीं है तथा शासकीय भूमि गांव में नहीं है तो उन गांवों को टैग कराएं ताकि अगल बगल के गांव की गौशाला में क्षमता के अनुसार गोवंश संरक्षित कराया जा सके।
जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारियों से कहा कि ’जो व्यक्ति अपने गोवंश छोड़ते हैं तो उनका जुर्माना अभियान चलाकर कराया जाए’, तथा अपनी अपनी गौशालाओं पर जो गोवंश घूम रहे हैं उन्हें संरक्षित करें। तथा गौशालाओं के निर्माण कार्य पर तेजी लाई जाए। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि गौशाला में गोवंशो के लिए चारा भूसा पेयजल टीन सेड प्रकाश आदि व्यवस्था रहे यह सभी लोग सुनिश्चित कर लें।
बैठक में जिला विकास अधिकारी आरके त्रिपाठी, परियोजना निदेशक ऋषि मुनि उपाध्याय, डीसी मनरेगा धर्मजीत सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी तुलसीराम, समस्त खंड विकास अधिकारी, अधिशासी अधिकारी तथा पशु चिकित्सा अधिकारी एवं संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव
*जनपद* चित्रकूट