उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) चित्रकूट: चित्रकूट में गायत्री शक्तिपीठ प्रांगण में संत समाज के अध्यक्ष आदरणीय रामजी दास महाराज की अध्यक्षता में संत समाज की बैठक हुई। बैठक में श्री राम वन गमन मार्ग में हुए परिवर्तन को लेकर परिचर्चा हुई। बैठक में विभिन्न मंदिरों के पुजारी एवं महंत, अलग अलग क्षेत्रों से आए हुए संत गण एवं संस्थाओ के पदाधिकारियों ने विचार रखें ।
बैठक का शुभारंभ मंत्रोच्चारण के साथ गायत्री पीठाधीस के संचालक डॉक्टर राम नारायण त्रिपाठी ने किया। इसके बाद श्री राम वन गमन परिपथ पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार के अध्यक्ष एवं श्रीराम सांस्कृतिक शोध संस्थान के प्रबंध न्यासी डॉ राम अवतार शर्मा ने लगभग 51 वर्ष लगाकर श्री राम वन गमन मार्ग पर शोध किया, उनके अनुसार भारत सरकार द्वारा अयोध्या से चित्रकूट तक राम वन गमन मार्ग का निर्माण करवाया जा रहा है जोकि अयोध्या से लेकर प्रतापगढ़ तक रही है परंतु प्रतापगढ़ से चित्रकूट तक मार्ग को वास्तविक मार्ग से न ले जाते हुए परिवर्तन कर दिया गया है। जिससे राम वन गमन मार्ग में आने वाले कई महत्वपूर्ण स्थलों की अनदेखी की गई और ये स्थल परिवर्तित मार्ग में नहीं आ रहे हैं ।
परिचर्चा में विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारी गण एवं संत समाज एवं संस्थाओ के प्रमुख सभी ने परिवर्तित मार्ग में आपत्ति जताई एवं एकमत से सदियों पुराने रामायण कालीन दस्तावेज एवं डॉ राम अवतार शर्मा द्वारा किए गए शोध के अनुसार मार्ग को ही राम वन गमन मार्ग माना जाये एवं घोषित किया गया । यदि ऐसा नहीं होता है तो संबंधित स्थलों के निवासियों के साथ मिलकर पूरे क्षेत्र में जन आंदोलन किया जाएगा एवं प्रत्येक क्षेत्र से रामभक्तो की टोली दिल्ली पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन देंगे।
इस मौके पर महंत दिव्य जीवन दास, शांति कुंज के प्रतिनिधि जोन समन्वयक रमा शंकर द्विवेदी, जिला संघचालक श्याम सुंदर मिश्र, धर्म जागरण प्रान्त सी एल गौतम, जिला मंत्री राम शरण तिवारी, अध्यक्ष राजेन्द्र त्रिवेदी, दुर्गेश तिवारी, अर्चन, अशोक तिवारी, खंड कार्यवाह राम शरण शास्त्री, प्राचार्य डॉक्टर नवल त्रिपाठी, राज कुमार ओझा, देवदत्त शुक्ला आदि मौजूद रहे।
*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव
*जनपद* चित्रकूट
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