लोकतंत्र में सामन्तों का आतंक बर्दाश्त नहीं, रायबरेली पुलिस ने गुण्डों के आगे टेके घुटने : देवेश शुक्ला एडवोकेट

उत्तर प्रदेश (दैनिक कर्मभूमि) लोकतंत्र में सामन्तों का आतंक बर्दाश्त नहीं,
रायबरेली पुलिस ने गुण्डों के आगे टेके घुटने : देवेश शुक्ला एडवोकेट

रायबरेली – एडवोकेट एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष व राष्ट्रवादी ब्राह्मण संसद के प्रदेश महासचिव देवेश शुक्ला एडवोकेट आज पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पुलिस की निकम्मी कार्यशैली के ऊपर जमकर बरसे।उन्होंने कहाकि प्रदेश के डीजीपी और माननीय मुख्यमंत्री जी का पूरा जोर आपराधिक तत्त्वों को जेल भेजने, और अपराध के सफाये पर है।
मगर रायबरेली पुलिस के कुछ लोग अपराधियों से मिलीभगत करके, साँठ-गांठ करके आम जनता के उत्पीड़न को बढ़ावा देने व अपराधियों को संरक्षण देने का काम कर रहे हैं यह स्थिति बिल्कुल बर्दाश्त नहीं कि जाएगी।यदि पुलिस ने ऐसे अपराधियों को जेल का रास्ता न दिखाया तो पीड़ित जनता के पक्ष में एक बड़ा जनांदोलन किया जाएगा।

आज एसपी आफिस में उस समय बड़ा हंगामा खड़ा हो गया जब थाना भदोखर अंतर्गत पाकर गिरफ्ता गाँव के ग्रामीण अपराधियों पर कार्यवाही की मांग को लेकर पुलिस अधीक्षक से मिलने की कोशिश कर रहे थे मगर पीआरओ रवीन्द्र सोनकर उन लोगों को पुलिस अधीक्षक से मिलने नहीं दे रहे थे।इस पर ग्रामीणों ने अधिवक्ता देवेश शुक्ला से फोन पर मदद की गुहार लगाई।श्री शुक्ला के पहुंचने पर पीआरओ से उनकी तीखी बहस होने पर सीओ सिटी मौके पर पहुंचे और एसपी से ग्रामीणों की भेंट कराई।ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल को एसपी ने आश्वस्त किया कि तीन दिन के भीतर अपराधियों पर कड़ी कार्यवाही कर, उनके शस्त्र लाइसेंस निलंबित कर उन्हें जेल भेजा जाएगा।

क्या था पूरा मामला –

थाना भदोखर अंतर्गत पूरे पंडित पकरा गिरफ्ता गांव के राममोहन पांडेय पुत्र जगदीश शंकर पांडेय ने एसपी को प्रार्थना पत्र देकर अवगत कराया कि उसके चचेरे भाई सूरज पांडेय के ऊपर दिनाँक 28-10-19 को रात 8:30बजे जानलेवा हमला हुआ था जिसकी एफआईआर लिखाई गयी थी।जिसकी रंजिश रखते हुए राजकुमार सिंह पुत्र स्व.नारायण प्रताप सिंह व अनिरुद्ध सिंह पुत्र प्रियब्रज सिंह शाम करीब पांच बजे घर के बाहर आ धमके। राजकुमार सिंह के हाथ में सिंगल बैरेल बंदूक व अनिरुद्ध सिंह के हाथ मे डबल बैरल बंदूक व अन्य साथियों के हाथों में घातक असलहे थे।यह लोग ऐलानियाँ जान से मारने की धमकी व माँ-बहन की भद्दी-2 गालियाँ दे रहे थे।कह रहे थे कि यदि मुकदमा वापस नहीं लिया तो जान से मार दिए जाओगे।इनमें से विजय विक्रम सिंह पुत्र अनिरुद्ध सिंह व पुरुषोत्तम सिंह हिस्ट्रीशीटर हैं और अपने असलहों के दाम पर क्षेत्र में आतंक व दहशत कायम किये हैं।अतः इनके शस्त्र लाइसेंस निलंबित किये जाने आवश्यक हैं। इन लोगों से पीड़ित परिवार के जीवन को गंभीर खतरा बना हुआ है।

इसी के साथ इसी गाँव की केशावती मौर्य पत्नी महादेव मौर्य ने भी गांव के विक्रम सिंह,शुभम सिंह, तूफान सिंह एवं रवि सिंह आदि
आपराधिक तत्त्वों के विरूद्ध एसपी को प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया है कि यह सभी हिस्ट्रीशीटर हैं और 15-08-19 को प्रार्थिनी के पुत्र विमल कुमार मौर्य व राजमोल मौर्य के ऊपर बेगार न करने के कारण गोली से जानलेवा हमला किया था जिसके संबंध में भदोखर थाने में मुकदमा पंजीकृत है।पर विवेचक त्रियुगीनारायण मिश्र ने काफी समय व्यतीत हो जाने के बावजूद 307 संजय अपराध में अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं की और ना ही आगजनी की घटना में जमानत करवाई है। विवेचक त्रियुगीनारायण मिश्रा की अभियुक्तों से साँठ-गांठ है वह लें-दें करके मामले को रफा-दफ़ा करना चाहते हैं। इन अपराधियों से पीड़ित परिवार को जान-माल का गंभीर खतरा बना हुआ है। विवेचक द्वारा पीड़ितों पर सुलह का दबाव बनाया जा रहा है न करने पर फर्जी मुकदमों में फंसा देने की धमकी दी जा रही है। अगर अपराधियों पर कार्यवाही न की गई तो वह पीड़ित परिवार की हत्या कर देंगे।
पीड़ित परिवार की समस्या सुन एसपी रायबरेली स्वप्निल ममगई ने अपराधियों पर तीन दिन में कार्यवाही करने का आश्वाशन दिया है।