राजस्थान (दैनिक कर्मभूमि) बारां छीपाबड़ौद छीपाबड़ौद नगर में विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान द्वारा संचालित आदर्श विद्या मंदिर ढोलम रोड की उत्सव एवं जयंती प्रमुख अंतिम गोठानिया ने जानकारी देते हुए बताया कि आज विद्यालय की वंदना सभा के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ छीपाबड़ौद के जिले के प्रचारक सुनील जी ने मां शारदे के समक्ष दीप प्रज्वलित कर आज की वंदना सभा का शुभारंभ किया। मुख्य वक्ता सुनील जी ने श्री गुरुजी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि श्री गुरुजी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दूसरे संघ संचालक याने अखिल भारतीय मुखिया थे । उनका जन्म सन 1906 में महाराष्ट्र में हुआ । ‘श्री गुरुजी’ इनका मूल नाम नहीं था । जब वे काशी हिंदू विश्वविद्यालय में पढ़ाते थे तब छात्र उनको आदर से श्री गुरुजी नाम से संबोधित करने लगे उस समय से वही नाम संघ में और देश भर में चल पड़ा । उनका नाम माधव सदाशिव राव गोलवलकर था। सदाशिव राव उनके पिताजी का तथा माता जी का नाम लक्ष्मी बाई था। बचपन से ही ये प्रखर बुद्धिमान व मेधावी थे। उनको राष्ट्र भक्ति,परोपकार, त्याग ममता ,सहानुभूति ,दृढ निश्चयी जैसे विशेष संस्कार घर से ही प्राप्त हुए। श्रीगुरूजी की जयंती के अवसर पर उनके जीवन चरित्र पर आधारित प्रश्न मंच का आयोजन किया गया। जिसमें संपूर्ण भैया बहनों ने बड़ी ही उत्सुकता पूर्वक जवाब दिए। इस प्रतियोगिता के संयोजक कुलदीप पांचाल थे । अतिथि का स्वागत एवं परिचय प्रधानाचार्य हरिसिंह गोचर ने तथा आभार राधेश्याम मीणा ने व्यक्त किया। इस अवसर पर शानू प्रकाश चक्रधारी ,पुरुषोत्तम चक्रधारी, धीरज नामा ,संता लाल कुशवाह, रघुवीर सिंह कुशवाह, रामनिवास नागर, मीनाक्षी सिसोदिया अंतिमा यादव ,सोनम यादव पूनम यादव भुलेश नागर, कविता नागर ,केदार नागर ,पूजा चंदेल, उषा यादव, किरण नागर, ज्योति नगर आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्टर कुलदीप सिंह सिरोहीया बारां छीपाबड़ौद
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