प्राकृतिक खेती के जरिए आर्थिक समृद्ध होंगे किसान 

उत्तर प्रदेश(दैनिक कर्मभूमि) चित्रकूट। श्याम कृपा से शुरु हुआ गौ आधरित प्राकृतिक खेती का प्रथम चरण शुक्रवार को श्याम कृपा मे प्राकृतिक खेती के लिए आस पास के गांव रानीपुर भट्ट, नारायणपुर, चंद्र गहना गांव के 50 किसानों ने 300 बीघे में प्राकृतिक खेती के लिए संकल्प लिया और एक गाय जो इस खेती के लिए अनिवार्य है के पालने के लिए आगे आए। बुंदेलखंड में प्राकृतिक खेती योजना अंतर्गत फार्मर फील्ड स्कूल का शुभारंभ उप कृषि निदेशक राजकुमार ने किया। उन्होंने बताया की प्रकृति का वैभव वापस करने के लिए यह योजना लाई गई है। हमारी जमीन की उर्वरा शक्ति समाप्त हो रही है। इस विधा को अपनाने से पुनः खोई हुई शक्ति वापस आ जाएगी। उन्होंने वीजा मृत जीवा मृत का प्रयोग भी किसानों के बीच प्रशिक्षक गोविंद प्रसाद सोनकर ने करवाया। उन्होंने बताया की इससे जुड़े हुए किसान को इन्हें बनाने की सामग्री एवं बीज का भुगतान, खाद बनाने का गड्ढा आदि उपलब्ध कराया जाएगा। प्राकृतिक खेती कर रहे प्रगतिशील किसान योगेश जैन ने सभी से अनुभव साझा किए। मसाला खेती, गोपालन, बागवानी के लिए गौ पालन करने का संकल्प दिलाया। पर्यावरणविद गुंजन मिश्रा ने कहां की हम अपने आगे आने वाली पीढ़ी को जो वसीयत लिखें, उसमें प्राकृतिक खेती का उल्लेख अवश्य करें जिससे वह आगे भी जीवित रह सके। नत्थू प्रसाद रानीपुर ने अपने प्रयोग साझा किए। इस अवसर पर कामता प्रसाद सिंह, ललक प्रसाद, चुन्ना यादव, रामरतन कुशवाहा, कमलेश यादव, मलखान, जवाहर लाल, जगदीश आदि किसानों ने सहभागिता की।

 

*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव

जनपद चित्रकूट