मानक विहीन टंकी का हो रहा निर्माण कार्य जिम्मेदार बने मूकदर्शक

हर घर नल योजना की सामग्री को जिम्मेदार लगा रहे ठिकाने

 

उत्तर प्रदेश(दैनिक कर्मभूमि) चित्रकूट। जिला के कर्वी विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायतों में हो रहे हर घर नल योजना के पानी टंकी निर्माण कार्य पर जमकर धांधली देखने को मिल रही है लेकिन जिम्मेदार मूकदर्शक बने नजर आ रहे हैं। आपको बतादें कि बुंदेलखंड में भारी जल संकट की समस्या को देखते हुए केंद्र एवं राज्य सरकार के द्वारा गांव में घर-घर पानी पहुंचाने के लिए (नमामि गंगे) के अंतर्गत हर घर नल योजना की शुरुआत की गई है जिसके अंतर्गत एजेंसियों को सरकार के खाते से निर्माण कार्य में उपयोग किए जाने हेतु अच्छी क्वालिटी की सरिया एवं सीमेंट उपलब्ध कराई गई है ताकि किसी भी तरह कार्य में अनिमितता देखने को ना मिले। लेकिन सरकार के सपनों पर जिम्मेदारों की मिलीभगत से खुलेआम पानी फेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है हर घर नल योजना निर्माण कार्य के लिए गोंडा खमरिया घुरेटनपुर हरिहरपुर, दुगवा, पहरा सहित कई ग्राम पंचायतों में पानी टंकी का निर्माण कार्य जोर-शोर पर चल रहा है लेकिन पानी टंकी निर्माण कार्य पर जमकर धांधली किया जा रहा है मानक विहीन कार्य कराकर सरकार के धन को बंदरबांट करने का जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा खुली छूट दी गई है और यही वजह है कि सरकार के द्वारा पानी टंकी निर्माण कार्य के लिए एजेंसियों को जो सामग्री उपलब्ध कराई गई है वह सामग्री चोरी कर छोटे-मोटे या फुटकर व्यापारियों को बेचकर अच्छी आमदनी कमाने का काम शुरू कर दिया गया है बताया जा रहा है कि पानी टंकी के निर्माण कार्य के लिए सरिया व सीमेंट जो आ रही है उसे औने पौने दामों में जिम्मेदारों द्वारा भरतकूप कस्बा क्षेत्र में बेच दिया जा रहा है। सरिया व सीमेंट का पिकअप के माध्यम से एक व्यापारी तक पहुचाने का वीडियो भी शोशल मीडिया के माध्यम से सामने आया है। लेकिन अभी तक किसी प्रकार की कोई जांच कर कार्यवाई नही की गई है। जिससे स्पष्ट होता है कि जिम्मेदारों की मिलीभगत से सरकार के खजाने को ठेकेदारों से मिलीभगत करके लूटने का काम इन दिनों हर घर नल योजना के तहत निर्माण कार्य में किया जा रहा है।

– पानी टंकी निर्माण कार्य की बेची गई सरिया नहीं हुई कार्रवाई-

 

एक ओर जहां उत्तर प्रदेश की सूबे की सरकार सभी तरह के भ्रष्टाचार करने वाले भ्रष्टाचारियों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए जा रहे हैं यहां तक कि कई भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई भी की गई है लेकिन नल जल मिशन योजना के तहत ग्राम पंचायतों में पानी टंकी निर्माण कार्य पर जो धांधली की जा रही है उस पर आज तक कार्रवाई ना हो पाना कहीं ना कहीं शासन प्रशासन के कार्यशैली पर सवालिया निशान छोड़ रहा है बताया जा रहा है कि पानी टंकी निर्माण कार्य के लिए ठेकेदारों को विभाग के द्वारा सरिया सीमेंट उपलब्ध कराने का कार्य किया जा रहा है ताकि पानी टंकी का निर्माण कर बेहतर और मजबूत ढंग से किया जा सके लेकिन जिम्मेदारों को शायद सरकार की यह योजना रास नहीं आ रही। और यही वजह है कि ग्राम पंचायतों में पानी टंकी का जो निर्माण कार्य चल रहा है उस पर सामग्री जो उपयोग करने के लिए दी गई है उसे एजेंसियों के ठेकेदारों के द्वारा खुलेआम औने पौने दामों में बेचकर अपनी जेब भरने का काम जोरों पर किया जा रहा है। और मानक विहीन कार्य कि आज तक जिम्मेदारों ने जांच नहीं की बताया जा रहा है कि जो सरिया चोरी कर नजदीकी क्षेत्रों में बेची गई है उसे आप ठेकेदार इंजीनियर और जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा साठगांठ करके टंकी पर ही गलाने की बात कही जा रही है जबकि सच्चाई कुछ और है जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिला प्रशासन व जांच एजेंसियों के आंखों पर धूल झोंक कर कंपनी के द्वारा औने पौने दामों में विभाग के द्वारा दी गई सामग्री को क्षेत्रों में बेच दिया गया है लेकिन आखिर किसकी छत्रछाया में यह खेल चल रहा है यह बता पाना आज भी एक रहस्य बना हुआ है।

 

समाजसेवी सहित ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से की शिकायत साहब हो रहा भ्रष्टाचार बिक रहा औने पौने दामों में निर्माण कार्य की सामग्री हर घर नल योजना के तहत विभाग के द्वारा पानी टंकी निर्माण कार्य के लिए एजेंसियों को जो सरिया और सीमेंट उपलब्ध कराई गई है वह औने पौने दामों में भरतकूप सहित नजदीकी क्षेत्रों में बेच दिया गया है बताया जा रहा है कि जिम्मेदारों के द्वारा पिकअप व ट्रेक्टरो के माध्यम से सौदा तय होने के बाद सामग्री उसके घर तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। जिसका एक आडियो भी वायरल हो रहा है इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ग्राम पंचायतों में पानी टंकी का जो निर्माण कार्य किया जा रहा है उस निर्माण कार्य में जमकर भ्रष्टाचार की लीला रचाई जा रही है। जिस पानी टंकी निर्माण कार्य के उपयोग के लिए विभाग ने सरिया और सीमेंट उपलब्ध कराई हो लेकिन जब सरिया और सीमेंट औने पौने दामों में नजदीकी क्षेत्रों में बेच दिया गया हो तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि सामग्री बिकने के बाद इस अंदाज में पानी टंकी का निर्माण कार्य हो रहा होगा लेकिन जांच करे तो करे कौन है क्योंकि नीचे से ऊपर तक सभी को सुविधा शुल्क पहुंच रही है और यही वजह है कि आज तक भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई नहीं हो सकी जो विभाग के द्वारा उपलब्ध कराई गई सामग्री को ठिकाने लगाने का काम कर रहे हैं जबकि ग्रामीण और समाजसेवियों के द्वारा जिलाधिकारी चित्रकूट से लिखित शिकायत पत्र के माध्यम से गुहार लगाई गई है कि पानी टंकी निर्माण कार्य में जमकर धांधली की जा रही है वहीं अब देखने वाली बात यह होगी कि जिला अधिकारी ऐसे भ्रष्टाचारियों पर कब कार्रवाई करते हैं या कब जांच के निर्देश देते हैं जिससे भ्रष्टाचारियों पर सख्त कार्रवाई हो सके।

 

अकबरपुर ग्राम पंचायत में बनी पानी टंकी लीकेज होने की वजह से नतीजा भुगत रहे ग्रामीण- यदि हम पूर्व की बात करें तो अकबरपुर ग्राम पंचायत में ग्रामीणों को घर-घर पानी की सप्लाई उपलब्ध कराने के लिए पानी टंकी का निर्माण कार्य कराया गया और ग्राम पंचायत के अंदर सभी जगह जल आपूर्ति की जाने लगी लेकिन पानी टंकी निर्माण कार्य में जमकर भ्रष्टाचार किया गया जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है ग्रामीणों ने बताया कि पानी टंकी तो बना दी गई लेकिन जिम्मेदारों ने मिलीभगत करके जमकर भ्रष्टाचार का खेल खेला जिसकी वजह से अब पानी टंकी में एक भी बूंद पानी नहीं ठहर पा रहा है इसकी वजह यह है कि पानी टंकी निर्माण कार्य में जमकर धांधली की गई गुणवत्ता विहीन कार्य होने की वजह से पानी टंकी पर पानी भरते ही पानी टंकी से पानी लीकेज होने लगता है और कुछ घंटे बाद ही पानी टंकी अपने आप खाली हो जाती है। टंकी की सीढ़ियां टूटी होने की वजह से न तो टंकी की सफाई हो पाती जिससे लोग बदबू दार पानी पी कर बिमार भी हो रहे हैं जिसको लेकर ग्रामीणों ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि यदि इसी तरह जिम्मेदार अधिकारियों की वजह से नमामि गंगे योजना के तहत हर घर नल योजना के अंतर्गत जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी लोगों को बेहतर पेयजल उपलब्ध कराने का सपना देखा है तो वह शायद ही सपना पूरा हो सकेगा क्योंकि जब पानी टंकी निर्माण कार्य में ही सामग्री स्थानीय क्षेत्रों में बेची जा रही है तो पानी टंकी कितनी मजबूत बन रही होगी यह अंदाजा लगाया जा सकता है वहीं ग्रामीणों ने कहा कि कहीं ऐसा ना हो कि अकबरपुर ग्राम पंचायत की तरह सभी ग्राम पंचायतों में यही इतिहास दोहरा दिया जाए और ग्रामीणों को बूंद बूंद पानी के लिए तरसना ना पड़े अब देखने वाली बात यह होगी कि जिम्मेदार इस ओर कब ध्यान देते हैं या फिर इसी तरह गुणवत्ता विहीन कार्य कराकर सरकार की योजना को पलीता लगाने का जिम्मेदारों के द्वारा अहम भूमिका निभाई जाती रहेगी।

 

*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव

जनपद चित्रकूट