उन्नत पशुपालन से आर्थिक उन्नयन संभव – डॉ. सैनी

राजस्थान(दैनिक कर्मभूमि) बारां अंता कृषि और पशुपालन के क्षेत्र में वैज्ञानिकों की ओर से इजाद किए गए नवाचार और अनुसंधानों को व्यावसायिक रूप देने हेतु चम्बल फर्टिलाईजर्स की कृषि विकास प्रयोगशाला, गढ़ेपान द्वारा पशु पालन विभाग, कोटा के साथ मिलकर कृषि और पशुपालन के क्षेत्र में किए जा रहे अनुसंधानों और नई तकनीक को किसानो तक पहुंचाने का काम पशुपालक संगोष्ठियों के माध्यम से कोटा जिले की विभिन्न तहसीलों में कार्यक्रम आयोजित किया जा रहे है। इस कड़ी में रामगंजमण्डी तहसील के भोलू और धायपुरा गावों में संगोष्ठियों का आयोजन किया गया। जिसमे सैकड़ो प्रगतिशील किसानो और पशु पालको ने उन्नत पशुपालन की जानकारी ली।चम्बल फर्टि लाईजर्स के कृषि वैज्ञानिक डॉ. जगमोहन सैनी ने किसानो को बताया की पशुपालन में उन्नत तकनीकों जैसे संतुलित आहार, कृत्रिम गर्भाधान और समय से टीकाकरण आदि का समावेश कर दुग्ध उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है। जिससे पशुपालको का आर्थिक उन्नयन संभव होगा। डॉ. सैनी ने किसानो को बताया पशुपालन में ऊँची आमदनी व रोज़गार की संभावनाएँ निहित हैं। पशुओं की उत्पादकता को बढ़ाकर आमदनी में वृद्धि की जा सकती है। इस मौके पर मोड़क के पशुचिकत्सा अधिकारी डॉ. हेमंत राठौड़ ने पशुपालकों को पशुपालन विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए उन्हें उन्नत नस्ल के पशुओं से होने वाले लाभ के बारे में अवगत कराया। डॉ. राठौड़ ने पशुपालकों को कृत्रिम गर्भदान द्वारा नस्ल सुधर के फायदे बताये तथा गर्भित पशुओं की देखभाल व उनके पोषण की संबधी जानकारी दी। साथ ही पशुपालकों को पशुओं को संक्रामक रोगों से बचाने के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

*रिपोर्टर कुलदीप सिंह सिरोहीया बारां अंता*