उत्तरप्रदेश/दैनिक कर्मभूमि/नई दिल्ली: रियल एस्टेट के मालिक आर के अरोड़ा को प्रवर्तन निदेशालय ने पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले अप्रैल में ED ने धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 के प्रावधानों के तहत सुपरटेक ग्रुप ऑफ कंपनीज और उनके निदेशकों से संबंधित 40.39 करोड़ रुपये मूल्य की रुद्रपुर और मेरठ में 25 अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से ज़ब्त किया था।
ईडी द्वारा बताया गया है कि फ्लैट्स के नाम पर पैसे लेने के बाद उन्हें समय पर पजेशन नहीं दिया गया। प्रोजेक्ट के नाम पर बैंकों से लिए गए लोन का भी दुरुपयोग किया गया। इस तरह के करीब 1500 करोड़ के लोन एनपीए बन गए हैं। इन्हीं आरोपों पर ईडी उनसे लगातार पूछताछ कर रही थी, पूछताछ में जब ईडी संतुष्ट नहीं हुई तो मंगलवार को आरके अरोड़ा की गिरफ्तारी कर ली गई।
आरके अरोड़ा बिल्डरों के संगठन नेरेडको के चेयरमैन भी हैं। बताया गया है कि सुपरटेक ऑफ कम्पनीज और उसके डायरेक्टर्स के खिलाफ पहले से दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के अलग अलग थानों में खरीददारों के साथ धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं। इन्हीं मामलों के बाद ईडी ने पीएमएलए के तहत जांच शुरू की थी, जांच में पाया गया था कि खरीददारों से फ्लैट्स के नाम पर मोटी रकम बसूली गई है।
रिपोर्ट नेशनल हेड राजेश कुमार मौर्य नई दिल्ली उत्तर प्रदेश भारत
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