बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जल स्तर की स्थिति की रखें जानकारी – डीएम

 

राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) उत्तर प्रदेश चित्रकूट। जिलाधिकारी अभिषेक आनंद ने पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला के साथ बुधवार को बाढ़ व सूखा की तैयारी के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक जिला कलेक्टरेट सभागार में हुई।

जिलाधिकारी ने कहा कि सेना के जवान जनपद में आए हैं और बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का आकलन भी कर रहे हैं। जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता सिंचाई से जलस्तर की स्थिति के बारे में जानकारी ली। उन्होंने अधिशासी अभियंता सिंचाई को निर्देश दिए कि मध्य प्रदेश से कोऑर्डिनेट बनाकर रखें। उन्होंने कहा कि राजापुर और मऊ दो प्रभावित तहसीलें हैं। जिसमें सभी लोगों को मनोयोग से कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि जो जर्जर घर हो गए हैं वह लेखपालों व सचिवों के माध्यम से चिन्हित कराए। उन्होंने अधिशासी अधिकारी नगर पालिका कर्वी को भी निर्देश दिए कि ऐसे घर सर्वे कर चिन्हित कराएं। उन्होंने सभी उप जिलाधिकारियों व अधिशासी अधिकारियों को बाढ़ से सतर्क रहने के लिए निर्देश भी दिए। उन्होंने अधिशासी अभियंता विद्युत को निर्देश दिए कि राजापुर और मऊ में बिजली की व्यवस्था का सर्वे कराकर व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराएं। उन्होंने कहा कि जहां पर शिविर होगा वहां पर जनरेटर, मोमबत्ती व टार्च की भी व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। जिलाधिकारी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में खाद्यान्न आपूर्ति के लिए जिलापूर्ति अधिकारी को निर्देशित किया कि ई-टेंडरिंग की भी व्यवस्था पहले सुनिश्चित कराएं। बाढ़ प्रभावित व्यक्तियों, परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर मेडिकल किट की व्यवस्था मुख्य चिकित्साधिकारी सुनिश्चित कराएंगे। उन्होंने तहसीलदारों को निर्देशित किए कि आवागमन के लिए नाव, नाविको व उनके मोबाइल नंबर भी शेयर करें। जिलाधिकारी तहसीलदार मऊ, राजापुर को निर्देशित किए कि जो घाट चलता है, वहां पर लेवल बढ़ने पर आवागमन को रोक दिया जाए। उन्होंने सम्बन्धित उपजिलाधिकारियों व पुलिस क्षेत्राधिकारीयों को निर्देश दिए कि अगर कोई जाता है तो इसमें क्वाड्रर्नेट कर लाइफ जैकेट पहनकर जाने दिया जाए। उन्होंने तहसीलदार को निर्देश दिए कि आवश्यक सामग्री चिन्हित स्थल पर पहुंचाना सुनिश्चित कराएं। अधिशासी अभियंता सिंचाई संवेदनशील तटबंध को निरीक्षण कर आवश्यक व्यवस्थाएं भी सुनिश्चित कराएं। उन्होंने बताया कि बाढ़ नियंत्रण कक्ष जनपद के मुख्यालय कर्वी के साथ मऊ, राजापुर में भी रहेगा। जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में वैक्सीनेशन व चारा की व्यवस्था कराना भी सुनिश्चित कराएं। उन्होंने सभी विभागों से कहा कि जो विभाग द्वारा व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराना है, उसका विवरण अपर जिलाधिकारी को भेजना भी सुनिश्चित करें। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल की भी व्यवस्था सम्बन्धित अधिकारी सुनिश्चित कराएं। उन्होंने नायब तहसीलदारों को निर्देश दिए कि नदियों व तट बंधो पर बसे व्यक्तियों को ध्वनि आधारित सूचित यंत्रों द्वारा सूचित करते रहें। उन्होंने उप जिलाधिकारी कर्वी व अधिशासी अधिकारी कर्वी से कहा कि रामघाट पर दुकानदारों से वार्ता कर बरसात के समय बाढ़ को देखते हुए रात में दुकानों पर न रहे। जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी, तहसीलदार व सभी सम्बन्धित विभाग से कहा कि यमुना व मंदाकिनी में प्रत्येक वर्ष बाढ़ आती है, अभी से ही सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराएं। उन्होंने कहा कि मानिकपुर में भी बरदहा नदी में बाढ़ आती है, वहां व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें।

इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी अमृतपाल कौर, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व कुंवर बहादुर सिंह, उप जिलाधिकारी कर्वी राजबहादुर, जिला पंचायत राज अधिकारी कुमार अमरेंद्र, जिला विकास अधिकारी राज कुमार त्रिपाठी, सूबेदार मेजर एसके सैनी, सूबेदार रविंद्र, हवलदार कुंदन सिंह आदि मौजूद रहे।