चिकित्सा प्रकोष्ठ द्वारा जिला सहसंयोजक डॉ रविकांत त्रिपाठी के आवास पर डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती का कार्यक्रम मनाया गया

उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय दैनिक कर्म भूमिअंबेडकर नगर              भारतीय जनता पार्टी के चिकित्सा प्रकोष्ठ अंबेडकर नगर द्वारा प्रकोष्ठ के जिला सहसंयोजक डॉ रविकांत त्रिपाठी के आवास पर डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती का कार्यक्रम मनाया गया इस अवसर पर डॉक्टर मुखर्जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई, कार्यक्रम में डॉ रविकांत त्रिपाठी ने कहा कि डॉक्टर मुखर्जी प्रखर वक्ता, विचारक, बहुमुखी प्रतिभा के धनी व्यक्तित्व वाले महापुरुष थे। इनका जन्म 6 जुलाई 1901 को कोलकाता के अत्यंत प्रतिष्ठित परिवार में हुआ था। 1923 में विधि की उपाधि अर्जित करने के पश्चात इंग्लैंड चले गए और वहां से 1926 में बैरिस्टर बन स्वदेश लौट आए 33 वर्ष की अल्प आयु में व कोलकाता विश्वविद्यालय के कुलपति नियुक्त हुए सावरकर के राष्ट्रवाद से प्रेरित होकर हिंदू महासभा में सम्मिलित हुए डाक्टर मुखर्जी इस धारणा के प्रबल समर्थक थे कि भारत का प्रत्येक व्यक्ति सांस्कृतिक रूप से एक है वह धर्म के आधार पर विभाजन के प्रबल विरोधी थे। गांधी व सरदार पटेल के अनुरोध पर वे भारत के पहले मंत्रिमंडल में शामिल हो उद्योग जैसे महत्वपूर्ण विभाग की जिम्मेदारी संभाली किंतु राष्ट्र हितों की अपनी प्रतिबद्धता को अपनी प्राथमिकता मानते हुए मंत्रिमंडल से त्यागपत्र दे दिया और अक्टूबर 1951 में प्रमुख विपक्षी पार्टी जनसंख्या का गठन किया संसद में अपने भाषण में उन्होंने धारा 370 को समाप्त करने की जोरदार वकालत की सन 1952 में जम्मू कश्मीर में विशाल सभा कर अपना संकल्प व्यक्त किया और 1953 में बिना परमिट लिए जम्मू कश्मीर यात्रा पर निकल पड़े वहां पहुंचते ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया 23 जून 1953 को रहस्यमय परिस्थितियों में जेल में उनकी मृत्यु हो गई उनकी मृत्यु ने पूरे देश को हिला कर रख दिया और परमिट सिस्टम समाप्त हो गया इन्होंने कश्मीर को एक नारा दिया था- नहीं चलेगा एक देश में दो विधान दो प्रधान और दो निशाना इस अवसर पर पार्टी के बूथ अध्यक्ष अमरीश केडिया,सेक्टर संयोजक मनोज मिश्रा ,दीपक मौर्य ,सुनील मौर्या, रविन्द्र नाथ तिवारी सहित आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे। रिपोर्ट पवन चौरसिया ब्यूरो प्रमुख अयोध्या मंडल