कोरोना के कहर ने हॉकरों के चूल्हे भी किए ठंडे

उत्तर प्रदेश (दैनिक कर्मभूमि) बिजनौर स्योहारा।एक तरफ जहां कोरोना के लिए लागू हुए लॉक डाउन के बीच तमाम देश व समाज परेशान है तो वहीं एक वर्ग ऐसा भी जिसपर किसी की नज़र नहीं जा रही लोग ज़रूरमन्दों की मदद कर रहे हैं पर अखबारो के हॉकर जो लॉक डाउन के बीच लगभग पूरी तरह से बेरोजगार हो गए हैं उनकी तरफ किसी समाजसेवी की नज़र नही जा रही ,बताते चलें की लॉक डाउन के बीच जहां कई अखबारों का प्रकाशन बन्द हो गया है तो वहीं कुछ चुनिंदा अखबार भी बस बहुत कम सँख्या में ही आ रहे हैं जिसके चलते हर मौसम में सुबह 4 बजे अपनी ड्यूटी कर हर पत्रकार की समाज की खबर घर घर पहुँचाने वाले हॉकर अब बेरोजगार हो गए हैं और उनके परिवार पर संकट के बादल छाए हुए हैं,हॉकर हसिनुद्दीन अंसारी, निकेश भटनागर, नासिर आदि ने सरकार, प्रतिनिधि एव समाजसेवियों से संकट की इस घड़ी में सहायता की मांग की है।

साथ ही उन्होंने सभी ग्राहकों से समय पर पेमेंट करने की अपील की।

रिपोर्ट त्रिलोक सिंह बिजनौर